नई दिल्ली: जेफरीज के क्रिस्टोफर वुड ने बिजनेस स्टैंडर्ड बीएफएसआई शिखर सम्मेलन 2023 ने चिंता जाहिर की है. उनका कहना है कि अगर भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाला एनडीए आगामी आम चुनावों में हारती है, तो शेयर बाजार में 25 फीसदी की गिरावट की संभावना है. वुड ने इसे घरेलू शेयर बाजार के लिए सबसे बड़ा जोखिम बताते हुए कहा कि अगर मौजूदा सरकार तीसरे कार्यकाल के लिए नहीं चुनी जाती है, तो बड़े सुधार का जोखिम मौजूद है. हालांकि, इवेंट में वुड ने इस तरह के नतीजे की कम संभावना का सुझाव दिया है.
बिजनेस स्टैंडर्ड ने वुड के हवाले से बताया गया कि यदि 2004 में आश्चर्यजनक चुनाव के साथ जो हुआ उसकी पुनरावृत्ति होती है, तो मैं अधिक नहीं तो 25 फीसदी सुधार की उम्मीद होगा लेकिन तेजी के कारण बाजार में तेजी से उछाल आएगा. आंकड़ों से पता चलता है कि आम चुनावों से पहले घरेलू शेयरों ने ऐतिहासिक रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है. 2019 चुनाव से छह महीने पहले, निफ्टी ने 13.8 प्रतिशत की छलांग लगाई. 2014 के आम चुनावों तक छह महीनों में यह 13.7 प्रतिशत बढ़ गया. फिस्डोम रिसर्च द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, 2019 के चुनावों तक सूचकांक में 3.5 फीसदी और 2004 के चुनावों तक 19.4 फीसदी की वृद्धि हुई.
चुनाव के छह महीने बाद निफ्टी का रिटर्न मिला-जुला रहा है. 2019 के चुनावों में, चुनाव के बाद छह महीनों में सूचकांक ने 1.7 फीसदी का नकारात्मक रिटर्न दिया है. 2014 और 2009 में, सूचकांक ने क्रमशः 18.3 फीसदी और 53.7 फीसदी का ठोस रिटर्न दिया है. 2014 में, यूपीए की आश्चर्यजनक जीत के बीच चुनाव के बाद छह महीने में निफ्टी 1.4 फीसदी गिर गया.