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Budget impact on startups : घाटे को 10 साल तक आगे ले जाना स्टार्टअप के लिए अच्छा

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में घाटे को तीन साल से बढ़ाकर 10 साल करने का प्रस्ताव पेश किया है. इसका स्टार्टअप पर कैसा असर पड़ेगा, इस बारे में एक्सपर्ट की क्या राय है, जानिए इस रिपोर्ट में.

Budget impact on startups
स्टार्टअप्स पर बजट का असर
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Published : Feb 3, 2023, 5:42 PM IST

चेन्नई : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में घाटे को तीन साल से बढ़ाकर 10 साल करने प्रस्ताव पेश किया है. इसमें कहा जा रहा है कि वैकल्पिक निवेश कोष (एआईएफ), स्टार्टअप्स और निवेशकों को फायदा होगा. क्रेडिट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने 2023- 24 के केंद्रीय बजट पर अपनी रिपोर्ट में कहा है कि एआईएफ और पारिवारिक कार्यालयों को निगमन की अवधि बढ़ाने और घाटे को आगे बढ़ाने के लिए किए गए उपायों से लाभ होने की उम्मीद है. इस प्रकार स्टार्टअप और निवेशक समुदाय के पूरे इकोसिस्टम को सक्षम बनाता है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट
परफॉर्मेंस अपैरल एंटरप्राइजेज के सह संस्थापक विक्रांत रेड्डी ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस को बताया, स्टार्टअप्स की शेयरधारिता को सात से 10 साल तक बदलने पर नुकसान को आगे ले जाने का लाभ स्टार्टअप्स के लिए अत्यधिक सहायक होगा. विशेष रूप से बहुत सारे स्टार्टअप्स उद्यम पूंजीपतियों और निवेशकों को इक्विटी देकर फंडिंग की तलाश में हैं. परफॉर्मेंस अपैरल स्पोर्ट्स इनरवियर बनाने वाली पहली भारतीय कंपनी और स्टार्टअप है. रेड्डी ने कहा, शुरुआती कुछ सालों में शेयरधारिता का ढांचा काफी बदल जाता है और नुकसान को आगे ले जाने का मौका मिलने से बड़ा फायदा होगा.

स्टार्टअप यानी किसी नई कंपनी की शुरुआत करना. कंपनी, साझेदारी या अस्थायी संगठन के रूप में शुरू किये गये उस उद्यम या नये व्यवसाय को स्टार्टअप कंपनी कहते हैं जो एक दुहराने योग्य और स्केलेबल व्यापार मॉडल की खोज के लिए आरम्भ किया जाता है. इन कंपनियों मेंंआम तौर पर नए बनाए गए, एक प्रक्रिया में नवाचार के विकास, मान्यता और लक्षित बाजारों के लिए शोध कर रहे हैं.

(आईएएनएस)
पढ़ें : Budget 2023 : देश में इलेक्ट्रिक दो-पहिया वाहनों पर जोर, जानिए सरकार का प्लान

चेन्नई : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में घाटे को तीन साल से बढ़ाकर 10 साल करने प्रस्ताव पेश किया है. इसमें कहा जा रहा है कि वैकल्पिक निवेश कोष (एआईएफ), स्टार्टअप्स और निवेशकों को फायदा होगा. क्रेडिट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने 2023- 24 के केंद्रीय बजट पर अपनी रिपोर्ट में कहा है कि एआईएफ और पारिवारिक कार्यालयों को निगमन की अवधि बढ़ाने और घाटे को आगे बढ़ाने के लिए किए गए उपायों से लाभ होने की उम्मीद है. इस प्रकार स्टार्टअप और निवेशक समुदाय के पूरे इकोसिस्टम को सक्षम बनाता है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट
परफॉर्मेंस अपैरल एंटरप्राइजेज के सह संस्थापक विक्रांत रेड्डी ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस को बताया, स्टार्टअप्स की शेयरधारिता को सात से 10 साल तक बदलने पर नुकसान को आगे ले जाने का लाभ स्टार्टअप्स के लिए अत्यधिक सहायक होगा. विशेष रूप से बहुत सारे स्टार्टअप्स उद्यम पूंजीपतियों और निवेशकों को इक्विटी देकर फंडिंग की तलाश में हैं. परफॉर्मेंस अपैरल स्पोर्ट्स इनरवियर बनाने वाली पहली भारतीय कंपनी और स्टार्टअप है. रेड्डी ने कहा, शुरुआती कुछ सालों में शेयरधारिता का ढांचा काफी बदल जाता है और नुकसान को आगे ले जाने का मौका मिलने से बड़ा फायदा होगा.

स्टार्टअप यानी किसी नई कंपनी की शुरुआत करना. कंपनी, साझेदारी या अस्थायी संगठन के रूप में शुरू किये गये उस उद्यम या नये व्यवसाय को स्टार्टअप कंपनी कहते हैं जो एक दुहराने योग्य और स्केलेबल व्यापार मॉडल की खोज के लिए आरम्भ किया जाता है. इन कंपनियों मेंंआम तौर पर नए बनाए गए, एक प्रक्रिया में नवाचार के विकास, मान्यता और लक्षित बाजारों के लिए शोध कर रहे हैं.

(आईएएनएस)
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