हैदराबाद : अडाणी समूह और तेलंगाना सरकार ने बुधवार को राज्य में 12,400 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के लिए चार समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए. अडाणी समूह की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि स्विट्जरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ)-2024 में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी की उपस्थिति में इन एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए.
एमओयू के तहत अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) अगले पांच से सात साल में 100 मेगावाट के डेटा सेंटर में 5,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगी. यह डेटा सेंटर नवीकरणीय ऊर्जा द्वारा संचालित होगा. एईएल इस परियोजना के लिए वैश्विक स्तर पर सक्षम आपूर्तिकर्ताओं का आधार बनाने के लिए स्थानीय सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) और स्टार्टअप के साथ काम करेगी. बयान में कहा गया है कि इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 600 लोगों को रोजगार मिलेगा.
अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) भी दो पंप भंडारण परियोजनाएं स्थापित करने के लिए 5,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगी. ये कोयाबेस्टगुडेम में 850 मेगावाट और नाचराम में 500 मेगावाट की परियोजनाएं होंगी. वहीं अंबुजा सीमेंट्स यहां 60 लाख टन सालाना क्षमता के सीमेंट संयंत्र पर अगले पांच साल में 1,400 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 4,000 लोगों को रोजगार मिलेगा.
बयान में कहा गया है कि अडाणी डिफेंस सिस्टम्स एंड टेक्नोलॉजीज लिमिटेड अडाणी एयरोस्पेस पार्क में काउंटर ड्रोन और मिसाइल प्रणाली के अनुसंधान, विकास, डिजाइन, विनिर्माण और एकीकरण के लिए एक व्यापक पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने को 10 साल में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगी. बयान में कहा गया है कि इन परियोजनाओं के माध्यम से विकसित पारिस्थितिकी तंत्र भारत की रक्षा क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि करेगा और 1,000 से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करेगा.