नई दिल्ली: अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी हालिया निवेश को लेकर जानकारी दी है. समूह के चेयरमैन ने कहा कि अडाणी समूह की योजना 2030 तक ऊर्जा बदलाव पहल पर 75 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करने की है. अडाणी ने बुधवार को बयान में कहा कि इस निवेश से 2030 तक 45 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता प्राप्त करने के समूह के दृष्टिकोण को बढ़ावा मिलेगा.
समूह के चेयरमैन ने क्या कहा?
समूह के चेयरमैन ने कहा कि हम बड़े पैमाने पर नवीकरणीय ऊर्जा, स्वदेशी पूर्णतः एकीकृत विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र और हरित हाइड्रोजन समाधान विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमारी ऊर्जा बदलाव पहल पर 2030 तक 75 अरब डॉलर का कुल निवेश 2030 तक 45 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता के हमारे दृष्टिकोण को आगे बढ़ाएगा. यह भारत को कॉर्बन मुक्त करने के मार्ग में एजीईएल की भूमिका को मजबूत करेगा. यह निवेश अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) के जरिए किया जाएगा.
अमेरिका स्थित मेरकॉम कैपिटल ग्रुप की नवीनतम वार्षिक वैश्विक रिपोर्ट में एजीईएल दूसरे सबसे बड़े वैश्विक सौर पीवी डेवलपर के रूप में उभरा है. इसका परिचालन वाला नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो 8.4 गीगावाट है, जो भारत में सबसे अधिक है। यह 12 राज्यों में फैला हुआ है, जो संचयी रूप से 4.1 करोड़ टन से अधिक सीओ2 उत्सर्जन की भरपाई करता है.