नई दिल्ली: अडाणी समूह की सेब से लेकर हवाई अड्डों तक फैली कंपनियों का सामूहिक प्रॉफिट बिफोर टैक्स चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में 47 फीसदी बढ़कर 43,688 करोड़ रुपये रहा है. समूह की ओर से सोमवार को जारी बयान के अनुसार, इंफ्रास्ट्रक्चर कारोबार का योगदान प्रॉफिट बिफोर टैक्स (ईबीआईटीडीए) में 86 फीसदी रहा है. कंपनी के अनुसार, इससे पिछले 12 माह में 71,253 करोड़ रुपये (8.6 अरब अमेरिकी डॉलर) की कर पूर्व आय वित्त वर्ष 2019 (अप्रैल 2018 से मार्च 2019 वित्त वर्ष) की प्रॉफिट बिफोर टैक्स का करीब तीन गुना है.
पहली छमाही में अडाणी ग्रुप ने रिकॉर्ड तोड़ की कमाई
सितंबर के अंत में समूह के पास अबतक का सबसे अधिक 45,895 करोड़ रुपये (5.5 अरब अमेरिकी डॉलर) का नकद शेष था. समूह के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) जुगेशिंदर (रॉबी) सिंह ने कहा कि हवाई अड्डों, हरित हाइड्रोजन और अन्य इनक्यूबेटिंग परिसंपत्तियों के मजबूती से उभरने से खंड ने प्रॉफिट बिफोर टैक्स में करीब आठ फीसदी का योगदान दिया.
अप्रैल-सितंबर की अवधि में खंड स्तर पर कर पूर्व आय सालाना आधार पर 47 फीसदी बढ़कर 43,688 करोड़ रुपये (5.3 अरब अमेरिकी डॉलर) हो गई. बयान में कहा गया कि वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही की कर पूर्व आय वित्त वर्ष 2022 से अधिक रही. वहीं 12 महीने की कर पूर्व आय वित्त वर्ष 2019 से तीन गुना के करीब है.
इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस की बढ़ी कमाई
वृद्धि में इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस के बेहतर प्रदर्शन का योगदान अधिक रहा. यह 52 फीसदी बढ़कर 37,379 करोड़ रुपये हो गया, जो कुल प्रॉफिट बिफोर टैक्स (ईबीआईटीडीए) का 86 फीसदी है. इन बिजनेस में अडाणी ग्रीन एनर्जी, अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस, अडाणी पावर और अडाणी टोटल गैस, अडाणी पोर्ट्स एवं एसईजेड, अडाणी एंटरप्राइजेज आदि शामिल हैं.