नई दिल्ली: अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस ने पीएफसी कंसल्टिंग लिमिटेड से हलवद ट्रांसमिशन लिमिटेड में 100 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए एक शेयर खरीद समझौते पर साइन किए हैं. बता दें कि अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड को अडाणी ट्रांसमिशन नाम से जाना जाता था. हलवद ट्रांसमिशन लिमिटेड, चरण III भाग ए पैकेज के तहत, खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी पार्क से 7 गीगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी निकालने के लिए पीएफसीसीएल द्वारा स्थापित एक विशेष प्रयोजन वाहन (एसपीवी) है. यह खावड़ा को गुजरात के हलवद से जोड़ने में मदद करेगा.
टीबीसीबी से कंपनी ने जीती प्रोजेक्ट
एक्सचेंज फाइलिंग में कहा गया है कि अडाणी ग्रुप की कंपनी ने टैरिफ-आधारित प्रतिस्पर्धी बोली (टीबीसीबी) प्रक्रिया के माध्यम से प्रोजेक्ट जीती है और अगले 24 महीनों में इस प्रोजेक्ट को चालू कर देगी. अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस 35 सालों की अवधि के लिए 301 किमी ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट के निर्माण, स्वामित्व, संचालन और रखरखाव के लिए लगभग 3,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा. इस प्रोजेक्ट में 2x330 एमवीएआर बस रिएक्टरों के साथ 765 केवी हलवद स्विचिंग स्टेशन और हलवद में लकड़िया-अहमदाबाद 765 केवी डी/सी लाइन के लाइन-इन, लाइन-आउट की स्थापना शामिल होगी.
अडाणी एनर्जी के एमडी ने क्या कहा?
अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस के एमडी अनिल सरदाना ने बताया कि 7 गीगावॉट खावड़ा प्रोजेक्ट उपभोक्ताओं के लिए अतिरिक्त रिन्यूएबल ऊर्जा उपलब्ध कराने में काफी मदद करेगी. आगे रहा कि हम इस परियोजना को न्यूनतम पर्यावरणीय प्रभाव के साथ चालू करने के लिए नवीनतम तकनीक का उपयोग करेंगे. इस प्रोजेक्ट के साथ, अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस के लिए कुल नेटवर्क (स्थापित और अंडर-कमीशनिंग) अब 20,518 सीकेएम और 53,161 एमवीए परिवर्तन क्षमता है.