नई दिल्ली: बाजार पूंजीकरण के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी समुद्री कंपनी, अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन ने बड़ा फैसला लिया है. अडाणी पोर्ट अपने कारोबार को और विस्तार करने के राह पर निकल गई है. कंपनी ओडिशा में शापूरजी पल्लोनजी ग्रुप (एसपी) के गोपालपुर पोर्ट्स में हिस्सेदारी खरीदने पर बात कर रही है. गोपालपुर पोर्ट्स का इक्विटी मूल्य में 1,100-1,200 करोड़ रुपये तक हासिल हासिल कर सकती है. ऑफ-पर्ल्स रणनीति जिसमें पूर्वी और पश्चिमी दोनों जल सीमाओं पर पर्याप्त सुविधाओं का स्वामित्व शामिल है.
अडाणी पोर्ट्स का छठा अधिग्रहण
अगर यह बात सफल होती होती है तो अडाणी पोर्ट्स का पूर्वी तट पर बहुउद्देश्यीय सुविधा का छठा अधिग्रहण होगा. जहां इसकी पहले से ही लगभग 247 मिलियन टन (एमटी) क्षमता है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बात-चीत फिलहाल जारी है. एसपी पोर्ट्स मेंटेनेंस के पास गोपालपुर बंदरगाहों का 56 फीसदी हिस्सा है. बचा हुआ हिस्सेदारी उड़ीसा स्टीवडोर्स (ओएसएल) के पास है. बदले में एसपी पोर्ट्स का 100 फीसदी स्वामित्व एसपी इंपीरियल स्टार के पास है, जो इसके गारंटर के रूप में भी कार्य करता है. जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर 3,000 करोड़ रुपये के उद्यम मूल्यांकन पर उसी संपत्ति के लिए मिस्त्री परिवार के साथ बातचीत कर रहा था. रिपोर्टों में कहा गया कि निजी इक्विटी समूहों से भी संपर्क किया गया क्योंकि मिस्त्री परिवार प्रस्तावित मूल्यांकन से खुश नहीं था.