नई दिल्ली: साल 2019 की जनवरी-मार्च तिमाही में आवासीय अपार्टमेंट्स की बिक्री में तिमाही-दर-तिमाही आधार पर तीन फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है और इस अवधि में देश के सात प्रमुख शहरों में कुल 33,000 घरों की बिक्री दर्ज की गई. रियल एस्टेट सर्विसिस और निवेश कंपनी सीबीआरई की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, समीक्षाधीन अवधि में नए लांच की संख्या भी 33,000 घरों की रही, जो कि तिमाही आधार पर 14 फीसदी अधिक है.
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रिपोर्ट में कहा गया है, "जबकि रियल एस्टेट-विनियमन और विकास अधिनियम 2016 (रेरा) और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) जैसे नीतिगत सुधार से आवासीय रियल एस्टेट में बहुत जरूरी पारदर्शिता आई हैं. लेकिन इस क्षेत्र में आई वर्तमान तेजी का श्रेय रियल एस्टेट डेवलपरों द्वारा सक्रिय और ग्राहक केंद्रित पहल को दिया जा सकता है."
रिपोर्ट में आगे कहा गया है, "साल 2018 में आवासीय रियल एस्टेट में नई लांच और बिक्री में क्रमश: 11 फीसदी और 19 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई."
रिपोर्ट में बताया गया है कि मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरू और दिल्ली-एनसीआर के रियल एस्टेट बाजार में सबसे अधिक तेजी रही, जिसकी नई लांच और बिक्री में करीब 70-75 फीसदी हिस्सेदारी रही. इस सर्वेक्षण में शामिल अन्य शहरों में हैदराबाद, पुणे और कोलकाता रहे.
घरों की बिक्री जनवरी-मार्च 2019 में 3 फीसदी बढ़ी: रिपोर्ट - Investment Company CBRE
रिपोर्ट के मुताबिक, समीक्षाधीन अवधि में नए लांच की संख्या भी 33,000 घरों की रही, जो कि तिमाही आधार पर 14 फीसदी अधिक है. रियल एस्टेट सर्विसिस और निवेश कंपनी सीबीआरई की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.
नई दिल्ली: साल 2019 की जनवरी-मार्च तिमाही में आवासीय अपार्टमेंट्स की बिक्री में तिमाही-दर-तिमाही आधार पर तीन फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है और इस अवधि में देश के सात प्रमुख शहरों में कुल 33,000 घरों की बिक्री दर्ज की गई. रियल एस्टेट सर्विसिस और निवेश कंपनी सीबीआरई की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, समीक्षाधीन अवधि में नए लांच की संख्या भी 33,000 घरों की रही, जो कि तिमाही आधार पर 14 फीसदी अधिक है.
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रिपोर्ट में कहा गया है, "जबकि रियल एस्टेट-विनियमन और विकास अधिनियम 2016 (रेरा) और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) जैसे नीतिगत सुधार से आवासीय रियल एस्टेट में बहुत जरूरी पारदर्शिता आई हैं. लेकिन इस क्षेत्र में आई वर्तमान तेजी का श्रेय रियल एस्टेट डेवलपरों द्वारा सक्रिय और ग्राहक केंद्रित पहल को दिया जा सकता है."
रिपोर्ट में आगे कहा गया है, "साल 2018 में आवासीय रियल एस्टेट में नई लांच और बिक्री में क्रमश: 11 फीसदी और 19 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई."
रिपोर्ट में बताया गया है कि मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरू और दिल्ली-एनसीआर के रियल एस्टेट बाजार में सबसे अधिक तेजी रही, जिसकी नई लांच और बिक्री में करीब 70-75 फीसदी हिस्सेदारी रही. इस सर्वेक्षण में शामिल अन्य शहरों में हैदराबाद, पुणे और कोलकाता रहे.
घरों की बिक्री जनवरी-मार्च 2019 में 3 फीसदी बढ़ी: रिपोर्ट
नई दिल्ली: साल 2019 की जनवरी-मार्च तिमाही में आवासीय अपार्टमेंट्स की बिक्री में तिमाही-दर-तिमाही आधार पर तीन फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है और इस अवधि में देश के सात प्रमुख शहरों में कुल 33,000 घरों की बिक्री दर्ज की गई. रियल एस्टेट सर्विसिस और निवेश कंपनी सीबीआरई की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, समीक्षाधीन अवधि में नए लांच की संख्या भी 33,000 घरों की रही, जो कि तिमाही आधार पर 14 फीसदी अधिक है.
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रिपोर्ट में कहा गया है, "जबकि रियल एस्टेट-विनियमन और विकास अधिनियम 2016 (रेरा) और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) जैसे नीतिगत सुधार से आवासीय रियल एस्टेट में बहुत जरूरी पारदर्शिता आई हैं. लेकिन इस क्षेत्र में आई वर्तमान तेजी का श्रेय रियल एस्टेट डेवलपरों द्वारा सक्रिय और ग्राहक केंद्रित पहल को दिया जा सकता है."
रिपोर्ट में आगे कहा गया है, "साल 2018 में आवासीय रियल एस्टेट में नई लांच और बिक्री में क्रमश: 11 फीसदी और 19 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई."
रिपोर्ट में बताया गया है कि मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरू और दिल्ली-एनसीआर के रियल एस्टेट बाजार में सबसे अधिक तेजी रही, जिसकी नई लांच और बिक्री में करीब 70-75 फीसदी हिस्सेदारी रही. इस सर्वेक्षण में शामिल अन्य शहरों में हैदराबाद, पुणे और कोलकाता रहे.
Conclusion: