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एनएसई ने साइबर जोखिम को देखते हुए ब्रोकरों को जूम एप के प्रति चेताया

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Published : Apr 21, 2020, 5:40 PM IST

इससे पहले सरकार भी अधिकारियों और सरकारी मशीनरी को इसके उपयोग को लेकर चेतावनी जारी कर चुकी है. इसके अलावा इस दौरान माइक्रोसॉफ्ट टीम्स, स्काइप, हाउसपार्टी, गूगल हैंगआउट जैसी कई अन्य वीडियो कॉलिंग एप के इस्तेमाल में वृद्धि देखी गयी है.

एनएसई ने साइबर जोखिम को देखते हुए ब्रोकरों को जूम एप के प्रति चेताया
एनएसई ने साइबर जोखिम को देखते हुए ब्रोकरों को जूम एप के प्रति चेताया

नई दिल्ली: देशव्यापी लॉकडाउन (बंद) के बीच नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने ब्रोकरों और कारोबारियों को वीडियो कॉंन्फ्रेस एप जूम के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी दी है. साथ ही साइबर जोखिम के प्रति सावधान भी किया. बंद के दौरान लोगों के घरों से काम करने के बीच इस एप का इस्तेमाल बढ़ा है.

इससे पहले सरकार भी अधिकारियों और सरकारी मशीनरी को इसके उपयोग को लेकर चेतावनी जारी कर चुकी है. इसके अलावा इस दौरान माइक्रोसॉफ्ट टीम्स, स्काइप, हाउसपार्टी, गूगल हैंगआउट जैसी कई अन्य वीडियो कॉलिंग एप के इस्तेमाल में वृद्धि देखी गयी है.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने एक परिपत्र में कहा कि इनमें से कुछ एप को सुरक्षित नहीं पाया गया है. इनसे उपयोक्ता की जानकारी, उसकी जगह और एप पर कॉलिंग के दौरान की गयी बातचीत का ब्यौरा लीक होने का खतरा है. इसलिए एनएसई सभी कारोबारियों और ब्रोकरों को इनके पति सावधानी बरतने का आग्रह करता है. वह अपनी स्थिति के अनुसार उपयुक्त कार्रवाई करें.

साइबर जोखिम के खतरे को कम करने के लिए अधिकारियों को बातचीत के लिए खासकर संवेदनशील जानकारियां साझा करने के दौरान जूम एप के इस्तेमाल से बचने की सलाह दी जाती है.

ये भी पढ़ें: कच्चे तेल का वायदा शून्य से नीचे, हरकत में आया सेबी

एनएसई ने कहा कि यदि किसी आधिकारिक बैठक के लिए बातचीत किया जाना अनिवार्य है, उस स्थिति में व्यक्तिगत जानकारियों या अन्य संवेदनशील जानकारियों को लीक होने से बचाने के लिए पर्याप्त सावधानी बरती जाए.

साथ ही कोरोना वायरस या कोविड-19 कीवर्ड वाले अवैध लिंक पर क्लिक करने से भी मना किया है. इस महीने की शुरुआत में अन्य शेयर बाजार बीएसई ने भी अपने उपयोक्ताओं को साइबर हमलों से बचने के लिए चेतावनी दी थी.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली: देशव्यापी लॉकडाउन (बंद) के बीच नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने ब्रोकरों और कारोबारियों को वीडियो कॉंन्फ्रेस एप जूम के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी दी है. साथ ही साइबर जोखिम के प्रति सावधान भी किया. बंद के दौरान लोगों के घरों से काम करने के बीच इस एप का इस्तेमाल बढ़ा है.

इससे पहले सरकार भी अधिकारियों और सरकारी मशीनरी को इसके उपयोग को लेकर चेतावनी जारी कर चुकी है. इसके अलावा इस दौरान माइक्रोसॉफ्ट टीम्स, स्काइप, हाउसपार्टी, गूगल हैंगआउट जैसी कई अन्य वीडियो कॉलिंग एप के इस्तेमाल में वृद्धि देखी गयी है.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने एक परिपत्र में कहा कि इनमें से कुछ एप को सुरक्षित नहीं पाया गया है. इनसे उपयोक्ता की जानकारी, उसकी जगह और एप पर कॉलिंग के दौरान की गयी बातचीत का ब्यौरा लीक होने का खतरा है. इसलिए एनएसई सभी कारोबारियों और ब्रोकरों को इनके पति सावधानी बरतने का आग्रह करता है. वह अपनी स्थिति के अनुसार उपयुक्त कार्रवाई करें.

साइबर जोखिम के खतरे को कम करने के लिए अधिकारियों को बातचीत के लिए खासकर संवेदनशील जानकारियां साझा करने के दौरान जूम एप के इस्तेमाल से बचने की सलाह दी जाती है.

ये भी पढ़ें: कच्चे तेल का वायदा शून्य से नीचे, हरकत में आया सेबी

एनएसई ने कहा कि यदि किसी आधिकारिक बैठक के लिए बातचीत किया जाना अनिवार्य है, उस स्थिति में व्यक्तिगत जानकारियों या अन्य संवेदनशील जानकारियों को लीक होने से बचाने के लिए पर्याप्त सावधानी बरती जाए.

साथ ही कोरोना वायरस या कोविड-19 कीवर्ड वाले अवैध लिंक पर क्लिक करने से भी मना किया है. इस महीने की शुरुआत में अन्य शेयर बाजार बीएसई ने भी अपने उपयोक्ताओं को साइबर हमलों से बचने के लिए चेतावनी दी थी.

(पीटीआई-भाषा)

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