नई दिल्ली: नकदी जुटाने के लिहाज से इस साल प्राथमिक बाजार (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) निवेशकों के लिये फायदेमंद रहा है. सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों की खरीद-बिक्री वाले बाजार (सेकेंडरी मार्केट) में अत्यधिक उतार-चढ़ाव के बीच निवेशकों के लिये प्राथमिक या आईपीओ बाजार आकर्षक रहा है.
आंकड़ों के अनुसार इस साल अबतक सूचीबद्ध कंपनियों में से 70 प्रतिशत के शेयर निर्गम मूल्य से ऊपर के मूल्य पर कारोबार कर रहे हैं और इन शेयरों ने निवेशकों को 95 प्रतिशत तक रिटर्न दिया है.
विशेषज्ञों के अनुसार अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव, अर्थव्यवस्था में नरमी, कमजोर निवेशक धारणा तथा विदेशी निवेशकों द्वारा कोष की निकासी से बाजार में उतार-चढ़ाव रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि उतार-चढ़ाव के बावजूद बेहतर आईपीओ की हमेशा अच्छी मांग रही है.
ये भी पढ़ें- प्रमुख बंदरगाहों पर माल ढुलाई बढ़कर 34.8 करोड़ टन
इस साल अब तक सूचीबद्ध 11 कंपनियों के शेयरों के चार अक्टूबर तक के प्रदर्शन का विश्लेषण किया गया. इसके आधार पर यह बात सामने आयी कि आठ के आईपीओ में निर्गम मूल्य के मुकाबले 7 से 95 प्रतिशत तक की अच्छी वृद्धि हुई है. वहीं तीन कंपनियां निवेशकों को आकर्षित करने में विफल रहीं और और इनके शेयर निर्गम मूल्य से नीचे कारोबार कर रहे हैं.
इस साल अबतक कुल 13 कपंनियों ने आईपीओ के जरिये 11,000 रुपये जुटाए हैं. वहीं पिछले साल 2018 में पूरे वर्ष के दौरान 24 कंपनियों ने आईपीओ से 30,959 करोड़ रुपये जुटाये थे. पूंजी बाजार में दस्तक देने वाली कुल 13 कंपनियों में से आईआरसीटीसी और विश्वराज शुगर इंडस्ट्रीज के आईपीओ शुक्रवार को बंद हुए. ये कंपनियां इस महीने सूचीबद्ध होंगी.
कंपनी | वृद्धि ( प्रतिशत में) |
---|---|
इंडिया मार्ट इंटेर | 95 |
नियोजेन केमिकल्स | 76 |
एफल (इंडिया) लि. | 49 |
मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर | 40 |
पॉलिकैब इंडिया | 24 |
रेल विकास निगम लि. | 21 |
शैलेट होटल्स | 12 |
स्पंदन स्फूर्ति फाइनेंशियल | 7 |
कंपनी | गिरावट ( प्रतिशत में) |
---|---|
एमएसटीसी | 24 |
स्टर्लिंग एंड विल्सन सोलर | 23 |
जेल्पमॉक डिजाइन एंड टेक | 4.5 |