नई दिल्ली : भारत कच्चे तेल का आयात ब्राजील और मेक्सिको से बढ़ा सकता है, क्योंकि वेनेजुएला पर अमेरिकी प्रतिबंध के चलते वहां से भारत को होने वाले तेल आयात में कमी की पूर्ति करने की जरूरत है.
भारत को तेल की आपूर्ति करने वाले देशों में सऊदी अरब, इराक और ईरान के बाद वेनेजुएला चौथा सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता है.
वेनेजुएला से भारत ने 2017-18 में 1.8 करोड़ टन तेल का आयात किया जोकि देश के कुल तेल आयात का 11 फीसदी था. अमेरिकी प्रतिबंध के बाद वेनेजुएला से तेल आयात पर संकट छा गया है, लिहाजा भारतीय कंपनियां वैकल्पिक बाजार की तलाश में हैं.
राजनयिक सूत्रों के अनुसार, ब्राजील और मेक्सिको दोनों ने ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की इच्छा जाहिर की है और भारत विकल्प का मूल्यांकन कर रहा है. सूत्रों ने बताया कि सार्वजनिक व निजी क्षेत्र की विपणन कंपनियों से रिपोर्ट मिलने के बाद इस पर फैसला लिया जाएगा.
भारत का मेक्सिको और ब्राजील के साथ अच्छे व्यापारिक संबंध हैं. ब्राजील दुनिया का 10वां सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश है, जबकि मेक्सिको का स्थान 11वां है.
सूत्र ने बताया, "वेनेजुएला से तेल आयात के विकल्प के रूप में दोनों देश उपयोगी हो सकते हैं, लेकिन इन देशों से तेल का आयात बढ़ाने का फैसला वेनेजुएला के मुकाबले इनके तेल की गुणवत्ता और आपूर्ति की शर्तो की समीक्षा पर निर्भर करेगा."
भारत पहले से ही ब्राजील और मेक्सिको से तेल का आयात करता है, लेकिन आयात का परिमाण 2013 से लगातार घटता गया है. भारत 2013 में जहां मेक्सिको से 3.50 अरब डॉलर और ब्राजील से 1.78 अरब डॉलर का तेल आयात करता था, वहां अब यह घटकर क्रमश : 1.38 अरब डॉलर और 0.81 अरब डॉलर रह गया है.
(आईएएनएस)
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