मुंबई: अमेरिका और ईरान के बीच फिर फौजी तनाव गहराने से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बुलियन और क्रूड के दाम में आए उछाल के बाद भारतीय वायदा बाजार एमसीएक्स पर भी बुधवार को सोना-चांदी और कच्चे तेल के वायदा सौदों में जोरदार तेजी आई. घरेलू वायदा बाजार में सोने का भाव एक बार फिर नई ऊंचाई पर चला गया है जबकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तकरीबन सात साल के ऊंचे स्तर पर बना हुआ है.
भारत का सबसे बड़ा वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स पर सोने के फरवरी एक्सपायरी अनुबंध में बुधवार को सुबह 9.30 बजे 530 रुपये यानी 1.30 फीसदी की तेजी के साथ 41,193 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले सोने का भाव 40,946 रुपये पर खुला और 41,278 रुपये प्रति 10 ग्राम तक उछला.
एमसीएक्स पर चांदी के मार्च अनुबंध में पिछले सत्र से 550 रुपये यानी 1.15 फीसदी की तेजी के साथ 48,661 रुपये प्रति किलो पर कारोबार चल रहा था. वहीं, कच्चे तेल के जनवरी अनुबंध में एमसीएक्स पर पिछले सत्र से 78 रुपये यानी 1.74 फीसदी की तेजी के साथ 4,572 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था.
अमेरिका और ईरान के बीच फिर फौजी तनाव गहराने से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बुलियन में जोरदार तेजी आई है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव बुधवार को 1,600 डॉलर प्रति औंस के पार चला गया. वैश्विक बाजार में सोने का भाव तकरीनब सात साल बाद 1,600 डॉलर प्रति औंस के उपर गया है.
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अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर बुधवार को सोने के फरवरी अनुबंध में 17.05 डॉलर यानी 1.08 फीसदी की तेजी के साथ 1,591.35 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले कारोबार के दौरान सोने का भाव कॉमेक्स पर 1,612.95 डॉलर प्रति बैरल तक उछला जोकि 19 फरवरी 2013 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है जब सोने का भाव 1,617 डॉलर प्रति औंस तक उछला था.
कॉमेक्स पर चांदी के मार्च अनुबंध में बुधवार को पिछले सत्र से 1.14 फीसदी की तेजी के साथ 18.60 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था.
भूराजनीतिक तनाव के कारण सुरक्षित निवेश के प्रति निवेशकों का रुझान होने से सोने के भाव में तेजी देखी जा रही है.
समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के अनुसार, इराक स्थित अल असद एयरबेस पर बुधवार को 10 रॉकेट दागे गए जहां काफी संख्या में अमेरिकी फौज हैं. अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरान के कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की पिछले सप्ताह मौत के बाद यह हमला हुआ है जिसे ईरान द्वारा बदले की कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है.