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कोरोना वायरस के हाथों में ही रहेगी बाजार की लगाम, बना रहेगा दबाव: विश्लेषक - कोरोना वायरस के हाथों में ही रहेगी बाजार की लगाम

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "बाजार का ध्यान इस बात पर लगा रहेगा कि कोरोना वायरस का संक्रमण और बढ़ता है या फिर कुछ धीमा पड़ता है. इसके साथ ही निवेशकों की निगाहें राहत पैकेज के साथ ही रिजर्व बैंक और सरकार के समन्वित प्रयासों पर भी लगी रहेंगी."

कोरोना वायरस के हाथों में ही रहेगी बाजार की लगाम, बना रहेगा दबाव: विश्लेषककोरोना वायरस के हाथों में ही रहेगी बाजार की लगाम, बना रहेगा दबाव: विश्लेषक
कोरोना वायरस के हाथों में ही रहेगी बाजार की लगाम, बना रहेगा दबाव: विश्लेषक
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Published : Mar 22, 2020, 6:59 PM IST

Updated : Mar 22, 2020, 7:20 PM IST

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण तथा इसके रोकथाम के उपायों का असर इस सप्ताह भी बाजार पर हावी रहेगा. विश्लेषकों के अनुसार, अर्थव्यवस्था पर इसके पड़ सकने वाले असर का दबाव बाजार पर बने रहने का अनुमान है.

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "बाजार का ध्यान इस बात पर लगा रहेगा कि कोरोना वायरस का संक्रमण और बढ़ता है या फिर कुछ धीमा पड़ता है. इसके साथ ही निवेशकों की निगाहें राहत पैकेज के साथ ही रिजर्व बैंक और सरकार के समन्वित प्रयासों पर भी लगी रहेंगी."

पिछले सप्ताह उठापटक के बाद सेंसेक्स में 4,187.52 अंक यानी 12.27 प्रतिशत और निफ्टी में 1,209.75 अंक यानी 12.15 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी.

ये भी पढ़ें- कोरोना वायरस: वित्तीय सेवा प्रदाताओं ने महत्वपूर्ण सेवाओं को बिना बाधा जारी रखने के उपाय किये

पूरे सप्ताह गिरावट में रहने के बाद शुक्रवार को बाजार में कुछ राहत देखने को मिली. शुक्रवार को सेंसेक्स 1,627.73 अंक यानी 5.75 प्रतिशत की तेजी के साथ 29,915.96 अंक पर बंद हुआ.

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, "इस सप्ताह फिर से भारतीय शेयर सूचकांकों में तेज गिरावट रही. आलोच्य सप्ताह के दौरान अक्टूबर 2008 के बाद की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट देखने को मिली. भारत तथा पूरे विश्व में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में वृद्धि का असर बाजार पर जारी रहने का अनुमान है."

ट्रेडिंगबेल्स के वरिष्ठ विश्लेषक संतोष मीणा ने कहा, "हम आसानी से यह कह सकते हैं कि हम सदी के सबसे अनिश्चित समय में हैं. अभी बाजार की आगे की गति आने वाले समय में अमेरिका, यूरोप और भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार की स्थिति पर पूरी तरह से निर्भर है."

रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, "कहने की जरूरत नहीं कि वैश्विक संकेत और कोरोना वायरस के मोर्चे पर होने वाली गतिविधियों से आने वाले समय में बाजार की चाल तय होगी."

बीते सप्ताह शीर्ष 10 में से आठ कंपनियों ने गंवाये 3.63 लाख करोड़ रुपये

सेंसेक्स में शामिल शीर्ष 10 में से आठ कंपनियों का बाजार पूंजीकरण पिछले सप्ताह सम्मिलित तौर पर 3,63,884.03 करोड़ रुपये कम हो गया. एचडीएफसी बैंक को इसमें सर्वाधिक नुकसान उठाना पड़ा.

आलोच्य सप्ताह के दौरान सेंसेक्स में 4,187.52 अंक यानी 12.27 प्रतिशत की गिरावट आयी. इस दौरान हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईटीसी ही दो ऐसी कंपनियां रहीं, जिनका बाजार पूंजीकरण बढ़ा है.

इस दौरान एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण सर्वाधिक 1,03,470.28 करोड़ रुपये गिरकर 4,83,720.15 करोड़ रुपये पर आ गया. इसके अलावा आईसीआईसीआई बैंक का बाजार पूंजीकरण 65,853.55 करोड़ रुपये कम होकर 2,23,753.14 करोड़ रुपये, रिलायंस इंडस्ट्रीज का 54,961.45 करोड़ रुपये लुढ़ककर 6,46,732.07 करोड़ रुपये, एचडीएफसी का 54,479.15 करोड़ रुपये उतरकर 3,03,722.13 करोड़ रुपये, कोटक महिंद्रा बैंक का 39,626.31 करोड़ रुपये टूटकर 2,41,611.45 करोड़ रुपये रह गया.

इसके अलावा इंफोसिस का 24,382.12 करोड़ रुपये की गिरावट के साथ 2,49,123.50 करोड़ रुपये, भारती एयरटेल का 17,621.45 करोड़ रुपये फिसलकर 2,51,992.19 करोड़ रुपये और टीसीएस का 3,489.72 करोड़ रुपये कम होकर 6,74,678.77 करोड़ रुपये पर आ गया.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण तथा इसके रोकथाम के उपायों का असर इस सप्ताह भी बाजार पर हावी रहेगा. विश्लेषकों के अनुसार, अर्थव्यवस्था पर इसके पड़ सकने वाले असर का दबाव बाजार पर बने रहने का अनुमान है.

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "बाजार का ध्यान इस बात पर लगा रहेगा कि कोरोना वायरस का संक्रमण और बढ़ता है या फिर कुछ धीमा पड़ता है. इसके साथ ही निवेशकों की निगाहें राहत पैकेज के साथ ही रिजर्व बैंक और सरकार के समन्वित प्रयासों पर भी लगी रहेंगी."

पिछले सप्ताह उठापटक के बाद सेंसेक्स में 4,187.52 अंक यानी 12.27 प्रतिशत और निफ्टी में 1,209.75 अंक यानी 12.15 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी.

ये भी पढ़ें- कोरोना वायरस: वित्तीय सेवा प्रदाताओं ने महत्वपूर्ण सेवाओं को बिना बाधा जारी रखने के उपाय किये

पूरे सप्ताह गिरावट में रहने के बाद शुक्रवार को बाजार में कुछ राहत देखने को मिली. शुक्रवार को सेंसेक्स 1,627.73 अंक यानी 5.75 प्रतिशत की तेजी के साथ 29,915.96 अंक पर बंद हुआ.

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, "इस सप्ताह फिर से भारतीय शेयर सूचकांकों में तेज गिरावट रही. आलोच्य सप्ताह के दौरान अक्टूबर 2008 के बाद की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट देखने को मिली. भारत तथा पूरे विश्व में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में वृद्धि का असर बाजार पर जारी रहने का अनुमान है."

ट्रेडिंगबेल्स के वरिष्ठ विश्लेषक संतोष मीणा ने कहा, "हम आसानी से यह कह सकते हैं कि हम सदी के सबसे अनिश्चित समय में हैं. अभी बाजार की आगे की गति आने वाले समय में अमेरिका, यूरोप और भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार की स्थिति पर पूरी तरह से निर्भर है."

रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, "कहने की जरूरत नहीं कि वैश्विक संकेत और कोरोना वायरस के मोर्चे पर होने वाली गतिविधियों से आने वाले समय में बाजार की चाल तय होगी."

बीते सप्ताह शीर्ष 10 में से आठ कंपनियों ने गंवाये 3.63 लाख करोड़ रुपये

सेंसेक्स में शामिल शीर्ष 10 में से आठ कंपनियों का बाजार पूंजीकरण पिछले सप्ताह सम्मिलित तौर पर 3,63,884.03 करोड़ रुपये कम हो गया. एचडीएफसी बैंक को इसमें सर्वाधिक नुकसान उठाना पड़ा.

आलोच्य सप्ताह के दौरान सेंसेक्स में 4,187.52 अंक यानी 12.27 प्रतिशत की गिरावट आयी. इस दौरान हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईटीसी ही दो ऐसी कंपनियां रहीं, जिनका बाजार पूंजीकरण बढ़ा है.

इस दौरान एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण सर्वाधिक 1,03,470.28 करोड़ रुपये गिरकर 4,83,720.15 करोड़ रुपये पर आ गया. इसके अलावा आईसीआईसीआई बैंक का बाजार पूंजीकरण 65,853.55 करोड़ रुपये कम होकर 2,23,753.14 करोड़ रुपये, रिलायंस इंडस्ट्रीज का 54,961.45 करोड़ रुपये लुढ़ककर 6,46,732.07 करोड़ रुपये, एचडीएफसी का 54,479.15 करोड़ रुपये उतरकर 3,03,722.13 करोड़ रुपये, कोटक महिंद्रा बैंक का 39,626.31 करोड़ रुपये टूटकर 2,41,611.45 करोड़ रुपये रह गया.

इसके अलावा इंफोसिस का 24,382.12 करोड़ रुपये की गिरावट के साथ 2,49,123.50 करोड़ रुपये, भारती एयरटेल का 17,621.45 करोड़ रुपये फिसलकर 2,51,992.19 करोड़ रुपये और टीसीएस का 3,489.72 करोड़ रुपये कम होकर 6,74,678.77 करोड़ रुपये पर आ गया.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Mar 22, 2020, 7:20 PM IST

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