ETV Bharat / business

बिजली क्षेत्र को कोयले की आपूर्ति अप्रैल में एक प्रतिशत बढ़कर 4.07 करोड़ टन

author img

By

Published : May 19, 2019, 1:53 PM IST

सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लि. (एससीसीएल) की कोयला आपूर्ति पिछले महीने दो प्रतिशत घटकर 47 लाख टन रह गई, जो अप्रैल, 2018 में 48 लाख टन थी. सिंगरेनी कोलियरीज में तेलंगाना सरकार की 51 प्रतिशत और भारत सरकार की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है.

बिजली क्षेत्र को कोयले की आपूर्ति अप्रैल में एक प्रतिशत बढ़कर 4.07 करोड़ टन

नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लि. (सीआईएल) द्वारा बिजली क्षेत्र को कोयले की आपूर्ति अप्रैल में मामूली एक प्रतिशत बढ़कर 4.07 करोड़ टन पर पहुंच गई. एक साल पहले इसी महीने में यह 4.03 करोड़ टन थी. आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है.

हालांकि, सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लि. (एससीसीएल) की कोयला आपूर्ति पिछले महीने दो प्रतिशत घटकर 47 लाख टन रह गई, जो अप्रैल, 2018 में 48 लाख टन थी. सिंगरेनी कोलियरीज में तेलंगाना सरकार की 51 प्रतिशत और भारत सरकार की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है.

ये भी पढ़ें: ईरान पर प्रतिबंध कड़े किए जाने के बाद पेट्रोलियम आपूर्ति घटीः आईई…

कोल इंडिया लि. ने 2018-19 में बिजली क्षेत्र को 48.8 करोड़ टन की आपूर्ति की थी, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2017-18 के 45.42 करोड़ टन की तुलना में 7.4 प्रतिशत अधिक है.

इससे पहले केंद्रीय कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि कोई भी बिजली घर कोयले की कमी से नहीं जूझ रहा है और न ही ईंधन आपूर्ति की कमी से उत्पादन में नुकसान की कोई रिपोर्ट है.

नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लि. (सीआईएल) द्वारा बिजली क्षेत्र को कोयले की आपूर्ति अप्रैल में मामूली एक प्रतिशत बढ़कर 4.07 करोड़ टन पर पहुंच गई. एक साल पहले इसी महीने में यह 4.03 करोड़ टन थी. आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है.

हालांकि, सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लि. (एससीसीएल) की कोयला आपूर्ति पिछले महीने दो प्रतिशत घटकर 47 लाख टन रह गई, जो अप्रैल, 2018 में 48 लाख टन थी. सिंगरेनी कोलियरीज में तेलंगाना सरकार की 51 प्रतिशत और भारत सरकार की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है.

ये भी पढ़ें: ईरान पर प्रतिबंध कड़े किए जाने के बाद पेट्रोलियम आपूर्ति घटीः आईई…

कोल इंडिया लि. ने 2018-19 में बिजली क्षेत्र को 48.8 करोड़ टन की आपूर्ति की थी, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2017-18 के 45.42 करोड़ टन की तुलना में 7.4 प्रतिशत अधिक है.

इससे पहले केंद्रीय कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि कोई भी बिजली घर कोयले की कमी से नहीं जूझ रहा है और न ही ईंधन आपूर्ति की कमी से उत्पादन में नुकसान की कोई रिपोर्ट है.

Intro:Body:

नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लि. (सीआईएल) द्वारा बिजली क्षेत्र को कोयले की आपूर्ति अप्रैल में मामूली एक प्रतिशत बढ़कर 4.07 करोड़ टन पर पहुंच गई. एक साल पहले इसी महीने में यह 4.03 करोड़ टन थी. आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है.

हालांकि, सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लि. (एससीसीएल) की कोयला आपूर्ति पिछले महीने दो प्रतिशत घटकर 47 लाख टन रह गई, जो अप्रैल, 2018 में 48 लाख टन थी. सिंगरेनी कोलियरीज में तेलंगाना सरकार की 51 प्रतिशत और भारत सरकार की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है.

कोल इंडिया लि. ने 2018-19 में बिजली क्षेत्र को 48.8 करोड़ टन की आपूर्ति की थी, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2017-18 के 45.42 करोड़ टन की तुलना में 7.4 प्रतिशत अधिक है.

इससे पहले केंद्रीय कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि कोई भी बिजली घर कोयले की कमी से नहीं जूझ रहा है और न ही ईंधन आपूर्ति की कमी से उत्पादन में नुकसान की कोई रिपोर्ट है.

ये भी पढ़ें:


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.