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थोक मुद्रास्फीति जनवरी में बढ़कर 3.1 प्रतिशत हुई

थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति जनवरी, 2020 में बढ़कर 3.1 प्रतिशत पर पहुंच गयी. दिसंबर, 2019 में यह 2.59 फीसदी थी.

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थोक मुद्रास्फीति नवंबर में बढ़कर 3.1 फीसदी पहुंची
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Published : Feb 14, 2020, 12:40 PM IST

Updated : Mar 1, 2020, 7:45 AM IST

नई दिल्ली: थोक कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति की दर जनवरी में बढ़कर 3.1 प्रतिशत हो गई है, जो इससे पिछले महीने में 2.59 प्रतिशत थी. प्याज और आलू जैसी खाद्य वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते यह इजाफा हुआ है.

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थोक मुद्रास्फीति जनवरी में बढ़कर 3.1 प्रतिशत हुई

मासिक थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित वार्षिक मुद्रास्फीति एक साल पहले इसी महीने (जनवरी 2019) के दौरान 2.76 प्रतिशत थी.

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, इस दौरान गैर-खाद्य वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी दिसंबर के 2.32 प्रतिशत से लगभग तीन गुना बढ़कर 7.8 प्रतिशत हो गई.

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प्रमुख वस्तुओं के लिए थोक मुद्रास्फीति

खाद्य वस्तुओं में सब्जियों की कीमतें 52.72 प्रतिशत बढ़ीं, जिसमें सबसे अधिक योगदान प्याज का रहा. इस दौरान प्याज की कीमतों में 293 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई, जबकि इसके बाद आलू की कीमतों में 37.34 प्रतिशत इजाफा हुआ.

थोक मूल्य सूचकांक की वर्तमान वृद्धि पिछले नौ महीनों में सबसे अधिक है. अप्रैल 2019 में, यह 3.24 फीसदी की बढ़त पर था.

ये भी पढ़ें: एजीआर बकाया राशि के भुगतान न करने पर सुप्रीम कोर्ट ने दूरसंचार मालिकों को लगाई फटकार

इस सप्ताह की शुरुआत में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी में छह साल के उच्चतम 7.59 प्रतिशत के करीब पहुंच गई थी.

इसकी मुख्य वजह सब्जियों और खाद्य वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी रही. यह मई 2014 के बाद से मुद्रास्फीति की उच्चतम दर है, जब यह 8.33 प्रतिशत थी.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली: थोक कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति की दर जनवरी में बढ़कर 3.1 प्रतिशत हो गई है, जो इससे पिछले महीने में 2.59 प्रतिशत थी. प्याज और आलू जैसी खाद्य वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते यह इजाफा हुआ है.

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थोक मुद्रास्फीति जनवरी में बढ़कर 3.1 प्रतिशत हुई

मासिक थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित वार्षिक मुद्रास्फीति एक साल पहले इसी महीने (जनवरी 2019) के दौरान 2.76 प्रतिशत थी.

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, इस दौरान गैर-खाद्य वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी दिसंबर के 2.32 प्रतिशत से लगभग तीन गुना बढ़कर 7.8 प्रतिशत हो गई.

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प्रमुख वस्तुओं के लिए थोक मुद्रास्फीति

खाद्य वस्तुओं में सब्जियों की कीमतें 52.72 प्रतिशत बढ़ीं, जिसमें सबसे अधिक योगदान प्याज का रहा. इस दौरान प्याज की कीमतों में 293 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई, जबकि इसके बाद आलू की कीमतों में 37.34 प्रतिशत इजाफा हुआ.

थोक मूल्य सूचकांक की वर्तमान वृद्धि पिछले नौ महीनों में सबसे अधिक है. अप्रैल 2019 में, यह 3.24 फीसदी की बढ़त पर था.

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इस सप्ताह की शुरुआत में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी में छह साल के उच्चतम 7.59 प्रतिशत के करीब पहुंच गई थी.

इसकी मुख्य वजह सब्जियों और खाद्य वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी रही. यह मई 2014 के बाद से मुद्रास्फीति की उच्चतम दर है, जब यह 8.33 प्रतिशत थी.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Mar 1, 2020, 7:45 AM IST
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