मुंबई: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने अर्थव्यवस्था को लेकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मनमोहन सिंह ने मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को गंभीर आर्थिक मंदी के कुछ बुरे प्रभावों का सामना करना पड़ा है.
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा कि बहुप्रचारित डबल इंजन मॉडल ऑफ गवर्नेंस जिस पर वह वोट मांगती है, पूरी तरह से विफल रही है. महाराष्ट्र ने आर्थिक मंदी के कुछ सबसे बुरे प्रभावों का सामना किया है. महाराष्ट्र की विनिर्माण विकास दर में लगातार 4 साल की गिरावट दर्ज की गई है. पिछले 5 वर्षों में महाराष्ट्र सबसे अधिक फैक्ट्रियों के बंद होने का गवाह रहा है.
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पीएमसी बैंक मामले पर पूर्व पीएम ने कहा कि, "मैं भारत सरकार, आरबीआई और महाराष्ट्र सरकार से उम्मीद करता हूं कि वे इस मामले में ध्यान दें और इस मामले में 16 लाख लोगों को न्याय दिलाए."
आशा है कि अगले महीने संसद के शीतकालीन सत्र में पीएमसी बैंक संकट प्रमुख रूप से सामने आएगा. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कारोबारी धारणा काफी कमजोर हुई है और इस वजह से लगातार कारखाने बंद हो रहे हैं.
चीनी आयात बढ़ने से औद्योगिक मंदी आई है. पांच वर्षों में चीन से आयात 1.22 करोड़ से अधिक की वृद्धि हुई है.
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान यहां पहुंचे मनमोहन सिंह ने मुद्रास्फीति के मामले में केंद्र को आड़े हाथों लेते हुये कहा कि मुद्रास्फीति को दबाये रखने की सनक के चलते आज किसान परेशान हैं.
सरकार की आयात-निर्यात नीति ऐसी है जिससे समस्याएं खड़ी हो रही हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार सिर्फ विपक्ष पर आरोप मढ़ने में जुटी है.
वह समस्याओं का समाधान ढूंढने में पूरी तरह विफल रही है. केंद्र सरकार और महाराष्ट्र सरकार दोनों ही लोगों के अनुकूल नीतियां नहीं अपनाना चाहती हैं, जिससे लोग परेशान हैं.