नई दिल्ली: नीति आयोग के सदस्य वी के सारस्वत ने सोमवार को कहा कि सेना के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट बनाने वाली भारतीय कंपनियों को इसके लिए चीन से कच्चे माल का आयात करने से बचना चाहिए, क्योंकि इनकी गुणवत्ता हमेशा एक जैसी नहीं रहती हैं.
यह बात इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछले सप्ताह गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद से देश में चीन के सामान के बहिष्कार की मांग बढ़ गई है.
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के पूर्व प्रमुख सारस्वत ने कहा कि सेना के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट बनाने वाली इन कंपनियों को अन्य स्रोतों से कच्चा माल मिल सकता है.
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, "कई बार चीन से आयातित कच्चे माल (बुलेटप्रूफ जैकेट बनाने के लिए) की गुणवत्ता अच्छी नहीं होती है... कच्चे माल की गुणवत्ता में विसंगतियों के कारण हमें चीनी से आयात करने से बचना चाहिए."
ये भी पढ़ें: टिकटॉक को टक्कर देने आगे आई ये कंपनी, हो चुके हैं पांच लाख डाउनलोड
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने नीति आयोग से शरीर के हल्के कवच और सुरक्षात्मक उत्पाद के घरेलू विनिर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए एक मसौदा तैयार करने के लिए कहा था.
उन्होंने कहा, "हमारी समिति ने साफतौर से कई सिफारिशें की हैं, जहां तक हो सके हमें स्वदेशी सामान का इस्तेमाल करना चाहिए और जहां स्वदेशी सामग्री उपलब्ध नहीं है और आयात जरूरी है, वहां हमें असंगत गुणवत्ता के कारण चीन से आयात से बचना चाहिए."
(पीटीआई-भाषा)