मुंबई: सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) के लिए भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा गठित की गयी एक समिति ने क्षेत्र के लिए दीर्घकालिक आर्थिक एवं वित्तीय समाधान पर लोगों की राय मांगी है.
साथ ही इस क्षेत्र को प्रतिस्पर्धी दरों पर कोष जुटाने में मदद करने वाली रेटिंग व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए भी सुझाव मांगे गए हैं. केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा कि समिति एमएसएमई क्षेत्र की व्यापक समीक्षा कर रही है ताकि इसके विकास के लिए दीर्घावधि समाधान और कारकों की पहचान कर सके.
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भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड के पूर्व चेयरमैन यू. के. सिन्हा की अध्यक्षता में यह समिति जनवरी में गठित की गई थी. समिति ने लोगों से 28 मार्च तक अपने सुझाव देने के लिए कहा है.
(भाषा)
सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम उद्योग क्षेत्र पर रिजर्व बैंक की समिति ने मांगी लोगों से राय
केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा कि समिति एमएसएमई क्षेत्र की व्यापक समीक्षा कर रही है ताकि इसके विकास के लिए दीर्घावधि समाधान और कारकों की पहचान कर सके.
मुंबई: सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) के लिए भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा गठित की गयी एक समिति ने क्षेत्र के लिए दीर्घकालिक आर्थिक एवं वित्तीय समाधान पर लोगों की राय मांगी है.
साथ ही इस क्षेत्र को प्रतिस्पर्धी दरों पर कोष जुटाने में मदद करने वाली रेटिंग व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए भी सुझाव मांगे गए हैं. केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा कि समिति एमएसएमई क्षेत्र की व्यापक समीक्षा कर रही है ताकि इसके विकास के लिए दीर्घावधि समाधान और कारकों की पहचान कर सके.
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भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड के पूर्व चेयरमैन यू. के. सिन्हा की अध्यक्षता में यह समिति जनवरी में गठित की गई थी. समिति ने लोगों से 28 मार्च तक अपने सुझाव देने के लिए कहा है.
(भाषा)
सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम उद्योग क्षेत्र पर रिजर्व बैंक की समिति ने मांगी लोगों से राय
मुंबई: सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) के लिए भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा गठित की गयी एक समिति ने क्षेत्र के लिए दीर्घकालिक आर्थिक एवं वित्तीय समाधान पर लोगों की राय मांगी है.
साथ ही इस क्षेत्र को प्रतिस्पर्धी दरों पर कोष जुटाने में मदद करने वाली रेटिंग व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए भी सुझाव मांगे गए हैं. केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा कि समिति एमएसएमई क्षेत्र की व्यापक समीक्षा कर रही है ताकि इसके विकास के लिए दीर्घावधि समाधान और कारकों की पहचान कर सके.
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