मुंबई: केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंदी को लेकर अजीबोगरीब तर्क दिया है. उन्होंने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फेंस में कहा कि अगर देश में मंदी होती तो दो अक्तूबर को रिलीज हुईं तीन फिल्मों ने 120 करोड़ रुपये की कमाई नहीं की होती.
प्रसाद ने एनएसएसओ की उस रिपोर्ट को भी खारिज कर दिया जिसमें कहा गया है कि बेरोजगारी की दर 45 सालों में सर्वाधिक है. उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी नहीं कहा कि वह सभी को सरकारी नौकरी देंगी लेकिन कुछ लोगों ने योजनाबद्ध तरीके से गुमराह करने की कोशिश की.
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केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मुंबई में शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि देश में मेट्रो, मोबाइल और सड़कें बन रही हैं. जिससे लोगों को रोजगार मिल रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था का आधारभूत ढांचा मजबूत है, महंगाई दर नियंत्रण में है और एफडीआई सबसे ऊंचे स्तर पर है.
बता दें कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में विकास दर छह साल के निचले स्तर 5% पर पहुंच गई है. रिजर्व बैंक सहित दुनिया की कई बड़ी रेटिंग एजेंसियों ने भी भारत के लिए विकास दर के अनुमान में कटौती की है. इसके बावजूद कानून मंत्री का यह बयान सामने आया है.