बीजिंग: चीन ने बुधवार को चेताया है कि यदि अमेरिका चीन से आयातित 300 अरब डॉलर की वस्तुओं पर नया शुल्क लगाता है तो यह व्यापार वार्ता के अगले दौर की बातचीत के रास्ते में नई बाधाएं खड़ी करेगा.
ट्रंप ने पिछले साल चीन से आने वाले 250 अरब डॉलर की वस्तुओं पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाते हुए उससे दोनों देशों के बीच का व्यापार घाटा कम करने की मांग की थी.
चीन और अमेरिका के बीच का व्यापार घाटा 539 अरब डालर पर पहुंच चुका है. व्यापार का झुकाव चीन के पक्ष में है.
ये भी पढ़ें- विप्रो को 12% की बढ़त के साथ 2,388 करोड़ रु का प्रॉफिट
इसके जवाब में चीन ने भी अमेरिका से आयात होने वाले सामान पर जवाबी शुल्क लगाया. जिसके बाद दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध छिड़ गया.
अमेरिकी मीडिया की खबरों के मुताबिक, ट्रंप ने दोहराया कि अगर उन्होंने चाहा तो चीन के आयात पर अतिरिक्त शुल्क लगा सकते हैं.
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, "यदि अमेरिका नया शुल्क लगाता है तो यह बातचीत की प्रक्रिया में नई बाधाएं खड़ी होंगी और किसी समझौते तक पहुंचने में लंबा समय लगेगा."
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके चीनी समकक्ष शी चिनफिंग ने जापान के ओसाका में हुई जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान अलग से हुई बातचीत में व्यापार मुद्दों पर बातचीत फिर शुरू करने पर सहमति जताई थी. यह बातचीत दोनों देशों के बीच छिड़े व्यापार युद्ध को समाप्त करने के लिये की जा रही है.
दोनों देशों के बीच इससे पहले व्यापारिक मुद्दों पर 11 दौर की बातचीत हुई. यह बातचीत इस साल मई में रुक गई थी. बहरहाल, ओसाका में ट्रंप और शी की मुलाकात के बाद अब 12 वें दौर की बातचीत के लिये चीन ने अभी तक तिथि की पुष्टि नहीं की है.
चीन की अमेरिका को चेतावनी, कहा- उत्पादों पर नये शुल्क से व्यापार वार्ता में खड़ी होंगी बाधाएं
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, "यदि अमेरिका नया शुल्क लगाता है तो यह बातचीत की प्रक्रिया में नई बाधाएं खड़ी होंगी और किसी समझौते तक पहुंचने में लंबा समय लगेगा."
बीजिंग: चीन ने बुधवार को चेताया है कि यदि अमेरिका चीन से आयातित 300 अरब डॉलर की वस्तुओं पर नया शुल्क लगाता है तो यह व्यापार वार्ता के अगले दौर की बातचीत के रास्ते में नई बाधाएं खड़ी करेगा.
ट्रंप ने पिछले साल चीन से आने वाले 250 अरब डॉलर की वस्तुओं पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाते हुए उससे दोनों देशों के बीच का व्यापार घाटा कम करने की मांग की थी.
चीन और अमेरिका के बीच का व्यापार घाटा 539 अरब डालर पर पहुंच चुका है. व्यापार का झुकाव चीन के पक्ष में है.
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इसके जवाब में चीन ने भी अमेरिका से आयात होने वाले सामान पर जवाबी शुल्क लगाया. जिसके बाद दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध छिड़ गया.
अमेरिकी मीडिया की खबरों के मुताबिक, ट्रंप ने दोहराया कि अगर उन्होंने चाहा तो चीन के आयात पर अतिरिक्त शुल्क लगा सकते हैं.
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, "यदि अमेरिका नया शुल्क लगाता है तो यह बातचीत की प्रक्रिया में नई बाधाएं खड़ी होंगी और किसी समझौते तक पहुंचने में लंबा समय लगेगा."
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके चीनी समकक्ष शी चिनफिंग ने जापान के ओसाका में हुई जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान अलग से हुई बातचीत में व्यापार मुद्दों पर बातचीत फिर शुरू करने पर सहमति जताई थी. यह बातचीत दोनों देशों के बीच छिड़े व्यापार युद्ध को समाप्त करने के लिये की जा रही है.
दोनों देशों के बीच इससे पहले व्यापारिक मुद्दों पर 11 दौर की बातचीत हुई. यह बातचीत इस साल मई में रुक गई थी. बहरहाल, ओसाका में ट्रंप और शी की मुलाकात के बाद अब 12 वें दौर की बातचीत के लिये चीन ने अभी तक तिथि की पुष्टि नहीं की है.
चीन की अमेरिका को चेतावनी, कहा- उत्पादों पर नये शुल्क से व्यापार वार्ता में खड़ी होंगी बाधाएं
बीजिंग: चीन ने बुधवार को चेताया है कि यदि अमेरिका चीन से आयातित 300 अरब डॉलर की वस्तुओं पर नया शुल्क लगाता है तो यह व्यापार वार्ता के अगले दौर की बातचीत के रास्ते में नई बाधाएं खड़ी करेगा.
ट्रंप ने पिछले साल चीन से आने वाले 250 अरब डॉलर की वस्तुओं पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाते हुए उससे दोनों देशों के बीच का व्यापार घाटा कम करने की मांग की थी.
चीन और अमेरिका के बीच का व्यापार घाटा 539 अरब डालर पर पहुंच चुका है. व्यापार का झुकाव चीन के पक्ष में है.
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इसके जवाब में चीन ने भी अमेरिका से आयात होने वाले सामान पर जवाबी शुल्क लगाया. जिसके बाद दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध छिड़ गया.
अमेरिकी मीडिया की खबरों के मुताबिक, ट्रंप ने दोहराया कि अगर उन्होंने चाहा तो चीन के आयात पर अतिरिक्त शुल्क लगा सकते हैं.
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, "यदि अमेरिका नया शुल्क लगाता है तो यह बातचीत की प्रक्रिया में नई बाधाएं खड़ी होंगी और किसी समझौते तक पहुंचने में लंबा समय लगेगा."
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके चीनी समकक्ष शी चिनफिंग ने जापान के ओसाका में हुई जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान अलग से हुई बातचीत में व्यापार मुद्दों पर बातचीत फिर शुरू करने पर सहमति जताई थी. यह बातचीत दोनों देशों के बीच छिड़े व्यापार युद्ध को समाप्त करने के लिये की जा रही है.
दोनों देशों के बीच इससे पहले व्यापारिक मुद्दों पर 11 दौर की बातचीत हुई. यह बातचीत इस साल मई में रुक गई थी. बहरहाल, ओसाका में ट्रंप और शी की मुलाकात के बाद अब 12 वें दौर की बातचीत के लिये चीन ने अभी तक तिथि की पुष्टि नहीं की है.
Conclusion: