नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घरेलू पर्यटन क्षेत्र में सुधार की विशाल संभावनाओं का उल्लेख करते हुए लोगों से 2022 तक देश में कम से कम 15 पर्यटन-स्थलों का भ्रमण करने का आह्वान किया. प्रधानमंत्री ने 73वें स्वाधीनता दिवस पर ऐतिहासिक लाल किले की प्रचीर से अपने संबोधन में कहा कि भारत में देखने को बहुत कुछ है. यदि घरेलू पर्यटन बढ़ेगा तो विदेशी सैलानियों की संख्या भी बढ़ेगी.
मोदी ने कहा, "मैं जानता हूं, लोग छुट्टी मनाने विदेश यात्रा पर जाते हैं, लेकिन क्या हम 2022 तक, जो हमारी स्वाधीनता की 75वीं वर्षगांठ का वर्ष है, अपने ही देश में कम से कम 15 पर्यटक स्थलों की यात्रा करने के बारे में सोच सकते हैं."
उन्होंने कहा कि लोगों को देश के पर्यटक स्थलों को देखने जाना चाहिए, भले ही वहां होटल नहीं हो या बुनियादी ढांचा नहीं हो. क्योंकि उनकी यात्रा से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्वत: बेहतर सुविधाएं तैयार होंगी. मोदी ने कहा, "हमारे पर्यटन क्षेत्र में सुधार के लिये काफी गुंजाइश है."
ये भी पढ़ें: बुनियादी ढांचे पर 100 लाख करोड़ रु निवेश, कारोबार सुगमता में शीर्ष 50 में आने का लक्ष्य: मोदी
उन्होंने कहा, "हमारा देश पर्यटन गंतव्य के लिहाज से अजूबा हो सकता है लेकिन हम ऐसा नहीं कर पाये. हमें देश को बेहतर पर्यटन स्थल बनाना है, इस दिशा में बहुत काम करने हैं."
लोगों की सोच में बदलाव का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले लोग अच्छा मोबाइल फोन चाहते थे लेकिन अब अधिक डेटा और बेहतर गति चाहते हैं. उन्होंने कहा कि निर्यात को गति देने का समय आ गया है और प्रत्येक जिलों में देने के लिये बहुत कुछ है.
मोदी ने कहा, "स्थानीय उत्पादों को आकर्षक बनाने की जरूरत है. इससे अधिक निर्यात केंद्र उभरेंगे. उत्पादों के मामले में हमारा लक्ष्य 'जीरो डिफेक्ट, जीरो इफेक्ट' (परिशुद्ध और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाये बिना) होना चाहिए."
उन्होंने कहा कि दुनिया के देश भारत के साथ व्यापार को उत्सुक हैं और सरकार कीमतों को काबू में रखते हुए विकास को आगे बढ़ रही है. मोदी ने कहा, "हमारी अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है."