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बजट 2019: आईटी उद्योग की ठाकुर के साथ बैठक में डेटा संरक्षण, कर मुद्दों पर विचार विमर्श

बजट पूर्व इस बैठक में डेटा के मुद्दों पर भी चर्चा हुई. मसलन किस तरह से बिग डेटा का इस्तेमाल आर्थिक, वित्तीय और जुलवायु संबंधी पूर्वानुमान लगाने में किया जा सकता है.

बजट 2019: आईटी उद्योग की ठाकुर के साथ बैठक में डेटा संरक्षण, कर मुद्दों पर विचार विमर्श
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Published : Jun 15, 2019, 5:56 PM IST

नई दिल्ली: बजट से पहले प्रौद्योगिकी क्षेत्र तथा नास्कॉम, आईएएमएआई तथा एमएआईटी जैसे उद्योग संगठनों ने शनिवार को वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की. इस बैठक में कर ढांचे जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई. उद्योग के प्रतिनिधियों ने डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए अपने विचार साझा किया.

बजट पूर्व इस बैठक में डेटा के मुद्दों पर भी चर्चा हुई. मसलन किस तरह से बिग डेटा का इस्तेमाल आर्थिक, वित्तीय और जुलवायु संबंधी पूर्वानुमान लगाने में किया जा सकता है.

ये भी पढ़ें: भारतीय अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर बनाने का लक्ष्य चुनौतीपूर्ण, लेकिन हासिल करने योग्य: मोदी

एक आधिकारिक बयान के अनुसार लघु एवं मझोले उपक्रम क्षेत्र को प्रोत्साहन तथा सार्वजनिक कामकाज के संचालन में सुधार के लिए बड़े आंकड़ों के सेट का विश्लेषण करने पर भी विचार विमर्श हुआ. बैठक में डिजिटल ढांचे और सरकार की भूमिका, डिजिटल अर्थव्यवस्था का नियमन, विशेषरूप से निजता,उपभोक्ता संरक्षण और वित्तीय नियमन पर बातचीत हुई.

बैठक में वित्त मंत्रालय, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय, दूरसंचार मंत्रालय, सीबीडीटी तथा अन्य विभागों के अधिकारी भी शामिल हुए. आईटी उद्योग के संगठन नास्कॉम ने सरकार से विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) की इकाइयों को कर प्रोत्साहन 2020 से आगे भी जारी रखने की मांग की. नास्कॉम ने कहा कि इस तरह के कदम से उद्योग में निश्चिंतता आएगी और उसे दीर्घावधि की रणनीति के लिए निवेश करने में मदद मिलेगी.

नई दिल्ली: बजट से पहले प्रौद्योगिकी क्षेत्र तथा नास्कॉम, आईएएमएआई तथा एमएआईटी जैसे उद्योग संगठनों ने शनिवार को वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की. इस बैठक में कर ढांचे जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई. उद्योग के प्रतिनिधियों ने डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए अपने विचार साझा किया.

बजट पूर्व इस बैठक में डेटा के मुद्दों पर भी चर्चा हुई. मसलन किस तरह से बिग डेटा का इस्तेमाल आर्थिक, वित्तीय और जुलवायु संबंधी पूर्वानुमान लगाने में किया जा सकता है.

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एक आधिकारिक बयान के अनुसार लघु एवं मझोले उपक्रम क्षेत्र को प्रोत्साहन तथा सार्वजनिक कामकाज के संचालन में सुधार के लिए बड़े आंकड़ों के सेट का विश्लेषण करने पर भी विचार विमर्श हुआ. बैठक में डिजिटल ढांचे और सरकार की भूमिका, डिजिटल अर्थव्यवस्था का नियमन, विशेषरूप से निजता,उपभोक्ता संरक्षण और वित्तीय नियमन पर बातचीत हुई.

बैठक में वित्त मंत्रालय, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय, दूरसंचार मंत्रालय, सीबीडीटी तथा अन्य विभागों के अधिकारी भी शामिल हुए. आईटी उद्योग के संगठन नास्कॉम ने सरकार से विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) की इकाइयों को कर प्रोत्साहन 2020 से आगे भी जारी रखने की मांग की. नास्कॉम ने कहा कि इस तरह के कदम से उद्योग में निश्चिंतता आएगी और उसे दीर्घावधि की रणनीति के लिए निवेश करने में मदद मिलेगी.

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नई दिल्ली: बजट से पहले प्रौद्योगिकी क्षेत्र तथा नास्कॉम, आईएएमएआई तथा एमएआईटी जैसे उद्योग संगठनों ने शनिवार को वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की. इस बैठक में कर ढांचे जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई. उद्योग के प्रतिनिधियों ने डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए अपने विचार साझा किया.

बजट पूर्व इस बैठक में डेटा के मुद्दों पर भी चर्चा हुई. मसलन किस तरह से बिग डेटा का इस्तेमाल आर्थिक, वित्तीय और जुलवायु संबंधी पूर्वानुमान लगाने में किया जा सकता है.

एक आधिकारिक बयान के अनुसार लघु एवं मझोले उपक्रम क्षेत्र को प्रोत्साहन तथा सार्वजनिक कामकाज के संचालन में सुधार के लिए बड़े आंकड़ों के सेट का विश्लेषण करने पर भी विचार विमर्श हुआ. बैठक में डिजिटल ढांचे और सरकार की भूमिका, डिजिटल अर्थव्यवस्था का नियमन, विशेषरूप से निजता,उपभोक्ता संरक्षण और वित्तीय नियमन पर बातचीत हुई.

बैठक में वित्त मंत्रालय, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय, दूरसंचार मंत्रालय, सीबीडीटी तथा अन्य विभागों के अधिकारी भी शामिल हुए. आईटी उद्योग के संगठन नास्कॉम ने सरकार से विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) की इकाइयों को कर प्रोत्साहन 2020 से आगे भी जारी रखने की मांग की. नास्कॉम ने कहा कि इस तरह के कदम से उद्योग में निश्चिंतता आएगी और उसे दीर्घावधि की रणनीति के लिए निवेश करने में मदद मिलेगी.

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