वॉशिंगटन : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत ने कोविड-19 संकट का सामना लचीलेपन और धैर्य के साथ किया, और इसके खिलाफ वैश्विक लड़ाई में एक प्रमुख भूमिका निभाई है.
सीतारमण ने विश्व बैंक की विकास समिति में अपने संबोधन के दौरान कहा कि मोदी सरकार ने आर्थिक राहत के उपाय करने के अलावा, संकट को एक अवसर में बदलने के लिए महत्वपूर्ण संरचनात्मक सुधार भी किए हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार के उपायों ने भारत के सतत आर्थिक विकास के लिए एक मजबूत नींव रखी है.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के विश्व आर्थिक परिदृश्य के अनुसार भारत के 2021 में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था होने का अनुमान है, और इसकी वृद्धि दर 2021 में 9.5 प्रतिशत और 2022 में 8.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
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वित्त मंत्री ने कहा कि भारत में रिकॉर्ड एफडीआई आवक वैश्विक निवेशकों के बीच पसंदीदा निवेश गंतव्य के रूप में इसकी स्थिति का प्रमाण है.
गौरतलब है कि महामारी के बावजूद भारत ने वित्त वर्ष 2020-21 में 82.0 अरब अमेरिकी डॉलर का एफडीआई हासिल किया, जो एक रिकॉर्ड है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने महामारी के दौरान जीवन और आजीविका, दोनों को बचाने के दोहरे लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित किया.
(पीटीआई)