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भारतपे ने दो एप पेश किए, हैंडसेट को छुए बिना लेनदेन का पता चलेगा

कंपनी ने बताया कि 'पैसा बोलेगा' एप के जरिए लेनदेन की ध्वनि सूचना मिलेगी, जिससे दुकानदार को भारतपे क्यूआर के जरिए मिलने वाले सभी भुगतान की पुष्टि तुरंत सुनाई देगी और उन्हें फोन छूना नहीं पड़ेगा. 'भारतपे बैलेंस' के जरिए दुकानदार को कुल उपलब्ध धनराशि का पता चलेगा.

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Published : May 4, 2020, 5:22 PM IST

भारतपे ने दो एप पेश किए, हैंडसेट को छुए बिना लेनदेन का पता चलेगा
भारतपे ने दो एप पेश किए, हैंडसेट को छुए बिना लेनदेन का पता चलेगा

नई दिल्ली: कारोबारी भुगतान और उधारी नेटवर्क मुहैया कराने वाली कंपनी भारतपे ने सोमवार को ध्वनि आधारित दो एप्लिकेशन की पेशकश की, जो कोविड-19 प्रकोप के बीच खाताधारकों को अपने फोन को छुए बिना लेनदेन करने में सक्षम बनाएगा.

कंपनी ने बताया कि 'पैसा बोलेगा' एप के जरिए लेनदेन की ध्वनि सूचना मिलेगी, जिससे दुकानदार को भारतपे क्यूआर के जरिए मिलने वाले सभी भुगतान की पुष्टि तुरंत सुनाई देगी और उन्हें फोन छूना नहीं पड़ेगा.

'भारतपे बैलेंस' के जरिए दुकानदार को कुल उपलब्ध धनराशि का पता चलेगा. त्वरित प्रतिक्रिया (क्यूआर) के जरिए वे जमा खाते, ऋण खाते और दैनिक संग्रह के बारे में जानकारी पा सकते हैं.

ये भी पढ़ें: ॉकडाउन : हीरो मोटोकॉर्प के तीन कारखानों में उत्पादन फिर शुरू

भारतपे ने एक विज्ञप्ति में कहा कि कंपनी ने पाया है कि लॉकडाउन के दौरान प्रति दुकानदार डिजिटल भुगतान में बढ़ोतरी हुई है क्योंकि दुकानदार और ग्राहक दोनों ही संपर्क रहित क्यूआर भुगतान को अधिक तरजीह दे रहे हैं. इस दौरान इस विधि से भुगतान का औसत आकार 300 रुपये से बढ़ कर 500 रुपये हो गया है.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली: कारोबारी भुगतान और उधारी नेटवर्क मुहैया कराने वाली कंपनी भारतपे ने सोमवार को ध्वनि आधारित दो एप्लिकेशन की पेशकश की, जो कोविड-19 प्रकोप के बीच खाताधारकों को अपने फोन को छुए बिना लेनदेन करने में सक्षम बनाएगा.

कंपनी ने बताया कि 'पैसा बोलेगा' एप के जरिए लेनदेन की ध्वनि सूचना मिलेगी, जिससे दुकानदार को भारतपे क्यूआर के जरिए मिलने वाले सभी भुगतान की पुष्टि तुरंत सुनाई देगी और उन्हें फोन छूना नहीं पड़ेगा.

'भारतपे बैलेंस' के जरिए दुकानदार को कुल उपलब्ध धनराशि का पता चलेगा. त्वरित प्रतिक्रिया (क्यूआर) के जरिए वे जमा खाते, ऋण खाते और दैनिक संग्रह के बारे में जानकारी पा सकते हैं.

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भारतपे ने एक विज्ञप्ति में कहा कि कंपनी ने पाया है कि लॉकडाउन के दौरान प्रति दुकानदार डिजिटल भुगतान में बढ़ोतरी हुई है क्योंकि दुकानदार और ग्राहक दोनों ही संपर्क रहित क्यूआर भुगतान को अधिक तरजीह दे रहे हैं. इस दौरान इस विधि से भुगतान का औसत आकार 300 रुपये से बढ़ कर 500 रुपये हो गया है.

(पीटीआई-भाषा)

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