मुंबई: बैंक कर्ज में वृद्धि चालू वित्त वर्ष की जुलाई- सितंबर तिमाही में घटकर 5.8 प्रतिशत रही. एक साल पहले 2019-20 की इसी तिमाही में इसमें 8.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के जमा और ऋण पर तिमाही आंकड़ें सितंबर, 2020 के अनुसार बैंकों का सकल जमा सालाना आधार पर चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 11 प्रतिशत बढ़ा जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में इसमें 10.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.
इसके मुताबिक बैंक द्वारा दिये जाने वाले कर्ज की वृद्धि में कमी आबादी के सभी वर्ग में दर्ज की गयी है.
ग्रामीण आबादी के मामले में यह 11.2 प्रतिशत रही जो पिछले साल 2019-20 की इसी तिमाही में 14.8 प्रतिशत थी. इसी प्रकार अर्द्ध शहरी क्षेत्रों में 9.4 प्रतिशत (एक साल पहले इसी तिमाही में 12.3 प्रतिशत), शहरी क्षेत्र में 8.7 प्रतिशत (पहले 9.9 प्रतिशत) तथा महानगरों में 3.6 प्रतिशत (एक साल पहले इसी तिमाही में 7.2 प्रतिशत) रही.
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निजी क्षेत्र के बैंकों को देखा जाए तो कर्ज के मामले में सालाना आधार पर वृद्धि सितंबर, 2020 में घटकर 6.9 प्रतिशत रही जबकि एक साल पहले यह 14.4 प्रतिशत थी.
वहीं सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के मामले में यह हल्की बढ़ी और 5.7 प्रतिशत रही जबकि एक साल पहले इसी अवधि में 5.2 प्रतिशत थी.
आंकड़ों के अनुसार कुल जमा में चालू खाते और बचत खाते (सीएएसए) का हिस्सा धीरे-धीरे बढ़ रहा है और सितंबर 2020 में 42.3 प्रतिशत रहा जो एक साल पहले 41.2 प्रतिशत था. तीन साल पहले कुल बचत में इसकी हिस्सेदारी 40.8 प्रतिशत थी.
(पीटीआई-भाषा)