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वाहन उद्योग की चाल हुई सुस्त, जुलाई की बिक्री में भारी गिरावट

देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी समेत हुंदै, महिंद्रा, होंडा कार्स और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स जैसी प्रमुख वाहन कंपनियों की बिक्री में जुलाई में दहाई अंक की गिरावट दर्ज की गयी है.

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Published : Aug 1, 2019, 11:56 PM IST

Updated : Aug 2, 2019, 12:01 AM IST

वाहन उद्योग की चाल हुई सुस्त, जुलाई की बिक्री में भारी गिरावट

नई दिल्ली: वाहन उद्योग क्षेत्र में मंदी का रुख बरकरार है. देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी समेत हुंदै, महिंद्रा, होंडा कार्स और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स जैसी प्रमुख वाहन कंपनियों की बिक्री में जुलाई में दहाई अंक की गिरावट दर्ज की गयी है.

मारुति सुजुकी इंडिया की घरेलू बिक्री जुलाई महीने में पिछले साल के 1,54,150 वाहनों की तुलना में 36.30 प्रतिशत गिरकर 98,210 इकाई रही. यह जून 2017 के बाद पहला ऐसा मौका है जब कंपनी की मासिक घरेलू बिक्री एक लाख इकाई से नीचे रही है.

इस दौरान आल्टो और वैगनआर समेत मिनी कारों की बिक्री पिछले साल के 37,710 इकाइयों की तुलना में 69.30 प्रतिशत गिरकर 11,577 इकाइयों पर आ गयी. स्विफ्ट, सेलेरियो, इग्निस, बलेनो और डिजायर समेत कॉम्पैक्ट श्रेणी के वाहनों की बिक्री भी पिछले साल की 74,373 इकाइयों से 22.70 प्रतिशत गिरकर 57,512 इकाइयों पर आ गयी.

ये भी पढ़ें: व्‍यापारियों के हित और वैश्विक व्यापार में सुधार के लिए 'टाइम रिलीज स्‍टडी' कराएगा भारत

विटारा ब्रेजा, एस क्रॉस और एर्टिगा समेत यूटिलिटी वाहनों की बिक्री भी 38.10 प्रतिशत गिरकर 15,178 इकाइयों पर आ गयी.

ठीक इसी तरह प्रतिद्वंदी कंपनी हुंदै मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) की जुलाई महीने में घरेलू बिक्री 10 प्रतिशत गिरकर 39,010 वाहन रही। जुलाई 2018 में कंपनी ने 43,481 गाड़ियां बेची थीं.

महिंद्रा एंड महिंद्रा की भी घरेलू बिक्री 16 प्रतिशत टूटकर 37,474 वाहन रही जो पिछले साल 44,605 इकाई थी. कंपनी के यूटिलिटी, कार और वैन समेत यात्री वाहनों की बिक्री 15 प्रतिशत घटकर 16,831 वाहन रही. यह पिछले साल इसी दौरान 17,781 वाहन थी.

महिंद्रा एंड महिंद्रा के बिक्री एवं विपणन प्रमुख (वाहन विभाग) वीजे राम नाकरा ने कहा कि विभिन्न कारणों के चलते ग्राहकों की मांग कम रहने से वाहन उद्योग के सामने चुनौतियां बनी हुई हैं. ग्राहकों की मांग बढ़ाने के लिए उद्योग को प्रोत्साहन की जरूरत है.

होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड की घरेलू बिक्री जुलाई में 48.67 प्रतिशत घटकर 10,250 इकाई रही. पिछले साल इसी माह में यह आंकड़ा 19,970 वाहन था.

कंपनी ने वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं निदेशक (बिक्री एवं विपणन) राजेश गोयल ने कहा, "मंदी और खरीदारों की मांग धारणा कमजोर पड़ने से पिछले महीने वाहन उद्योग में जारी गिरावट और गहराई है. हम भी खरीद में देरी के कई मामलों का सामना कर रहे हैं. जुलाई में हुई गिरावट चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही की गिरावट से भी ज्यादा चिंताजनक है. जबकि पिछले साल जुलाई में भी गिरावट दर्ज की गयी थी."

उन्होंने कहा कि बाजार परिस्थितियां वाहन उद्योग के लिए चुनौतीपूर्ण बनी रहेंगी. वहीं इस दौरान टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की घरेलू बिक्री पिछले साल के 13,677 वाहन के मुकाबले 24 प्रतिशत गिरकर 10,423 वाहन पर आ गयी. दोपहिया क्षेत्र में भी मंदी का आलम दिखा.

देश की प्रमुख दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी बजाज ऑटो की घरेलू बिक्री पिछले साल के 2,37,511 वाहनों की तुलना में 13 प्रतिशत गिरकर 2,05,470 दोपहिया वाहन रही.

इसी तरह टीवीएस मोटर कंपनी की कुल घरेलू वाहन बिक्री जुलाई माह में 2,08,489 वाहन रही जो पिछले साल इसी अवधि की 2,47,382 वाहन की बिक्री से 15.72 प्रतिशत कम है.

हालांकि दोपहिया वाहन क्षेत्र में सुजुकी मोटरसाइकिल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की घरेलू बिक्री जुलाई में 17 प्रतिशत बढ़कर 62,366 वाहन रही जो पिछले साल जुलाई में 53,321 वाहन थी.

कंपनी के उपाध्यक्ष देवाशीष हांडा ने कहा कि जुलाई हमारे लिए बहुत बेहतर महीना रहा है. हमने मोटर साइकिल और स्कूटर दोनों श्रेणी में नए उत्पाद और मॉडल पेश किए हैं. हम आगे भी भारतीय ग्राहकों के अनुरूप अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को मजबूत करते रहेंगे.

नई दिल्ली: वाहन उद्योग क्षेत्र में मंदी का रुख बरकरार है. देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी समेत हुंदै, महिंद्रा, होंडा कार्स और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स जैसी प्रमुख वाहन कंपनियों की बिक्री में जुलाई में दहाई अंक की गिरावट दर्ज की गयी है.

मारुति सुजुकी इंडिया की घरेलू बिक्री जुलाई महीने में पिछले साल के 1,54,150 वाहनों की तुलना में 36.30 प्रतिशत गिरकर 98,210 इकाई रही. यह जून 2017 के बाद पहला ऐसा मौका है जब कंपनी की मासिक घरेलू बिक्री एक लाख इकाई से नीचे रही है.

इस दौरान आल्टो और वैगनआर समेत मिनी कारों की बिक्री पिछले साल के 37,710 इकाइयों की तुलना में 69.30 प्रतिशत गिरकर 11,577 इकाइयों पर आ गयी. स्विफ्ट, सेलेरियो, इग्निस, बलेनो और डिजायर समेत कॉम्पैक्ट श्रेणी के वाहनों की बिक्री भी पिछले साल की 74,373 इकाइयों से 22.70 प्रतिशत गिरकर 57,512 इकाइयों पर आ गयी.

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विटारा ब्रेजा, एस क्रॉस और एर्टिगा समेत यूटिलिटी वाहनों की बिक्री भी 38.10 प्रतिशत गिरकर 15,178 इकाइयों पर आ गयी.

ठीक इसी तरह प्रतिद्वंदी कंपनी हुंदै मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) की जुलाई महीने में घरेलू बिक्री 10 प्रतिशत गिरकर 39,010 वाहन रही। जुलाई 2018 में कंपनी ने 43,481 गाड़ियां बेची थीं.

महिंद्रा एंड महिंद्रा की भी घरेलू बिक्री 16 प्रतिशत टूटकर 37,474 वाहन रही जो पिछले साल 44,605 इकाई थी. कंपनी के यूटिलिटी, कार और वैन समेत यात्री वाहनों की बिक्री 15 प्रतिशत घटकर 16,831 वाहन रही. यह पिछले साल इसी दौरान 17,781 वाहन थी.

महिंद्रा एंड महिंद्रा के बिक्री एवं विपणन प्रमुख (वाहन विभाग) वीजे राम नाकरा ने कहा कि विभिन्न कारणों के चलते ग्राहकों की मांग कम रहने से वाहन उद्योग के सामने चुनौतियां बनी हुई हैं. ग्राहकों की मांग बढ़ाने के लिए उद्योग को प्रोत्साहन की जरूरत है.

होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड की घरेलू बिक्री जुलाई में 48.67 प्रतिशत घटकर 10,250 इकाई रही. पिछले साल इसी माह में यह आंकड़ा 19,970 वाहन था.

कंपनी ने वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं निदेशक (बिक्री एवं विपणन) राजेश गोयल ने कहा, "मंदी और खरीदारों की मांग धारणा कमजोर पड़ने से पिछले महीने वाहन उद्योग में जारी गिरावट और गहराई है. हम भी खरीद में देरी के कई मामलों का सामना कर रहे हैं. जुलाई में हुई गिरावट चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही की गिरावट से भी ज्यादा चिंताजनक है. जबकि पिछले साल जुलाई में भी गिरावट दर्ज की गयी थी."

उन्होंने कहा कि बाजार परिस्थितियां वाहन उद्योग के लिए चुनौतीपूर्ण बनी रहेंगी. वहीं इस दौरान टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की घरेलू बिक्री पिछले साल के 13,677 वाहन के मुकाबले 24 प्रतिशत गिरकर 10,423 वाहन पर आ गयी. दोपहिया क्षेत्र में भी मंदी का आलम दिखा.

देश की प्रमुख दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी बजाज ऑटो की घरेलू बिक्री पिछले साल के 2,37,511 वाहनों की तुलना में 13 प्रतिशत गिरकर 2,05,470 दोपहिया वाहन रही.

इसी तरह टीवीएस मोटर कंपनी की कुल घरेलू वाहन बिक्री जुलाई माह में 2,08,489 वाहन रही जो पिछले साल इसी अवधि की 2,47,382 वाहन की बिक्री से 15.72 प्रतिशत कम है.

हालांकि दोपहिया वाहन क्षेत्र में सुजुकी मोटरसाइकिल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की घरेलू बिक्री जुलाई में 17 प्रतिशत बढ़कर 62,366 वाहन रही जो पिछले साल जुलाई में 53,321 वाहन थी.

कंपनी के उपाध्यक्ष देवाशीष हांडा ने कहा कि जुलाई हमारे लिए बहुत बेहतर महीना रहा है. हमने मोटर साइकिल और स्कूटर दोनों श्रेणी में नए उत्पाद और मॉडल पेश किए हैं. हम आगे भी भारतीय ग्राहकों के अनुरूप अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को मजबूत करते रहेंगे.

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नई दिल्ली: वाहन उद्योग क्षेत्र में मंदी का रुख बरकरार है. देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी समेत हुंदै, महिंद्रा, होंडा कार्स और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स जैसी प्रमुख वाहन कंपनियों की बिक्री में जुलाई में दहाई अंक की गिरावट दर्ज की गयी है.

मारुति सुजुकी इंडिया की घरेलू बिक्री जुलाई महीने में पिछले साल के 1,54,150 वाहनों की तुलना में 36.30 प्रतिशत गिरकर 98,210 इकाई रही. यह जून 2017 के बाद पहला ऐसा मौका है जब कंपनी की मासिक घरेलू बिक्री एक लाख इकाई से नीचे रही है.

इस दौरान आल्टो और वैगनआर समेत मिनी कारों की बिक्री पिछले साल के 37,710 इकाइयों की तुलना में 69.30 प्रतिशत गिरकर 11,577 इकाइयों पर आ गयी. स्विफ्ट, सेलेरियो, इग्निस, बलेनो और डिजायर समेत कॉम्पैक्ट श्रेणी के वाहनों की बिक्री भी पिछले साल की 74,373 इकाइयों से 22.70 प्रतिशत गिरकर 57,512 इकाइयों पर आ गयी.

विटारा ब्रेजा, एस क्रॉस और एर्टिगा समेत यूटिलिटी वाहनों की बिक्री भी 38.10 प्रतिशत गिरकर 15,178 इकाइयों पर आ गयी.

ठीक इसी तरह प्रतिद्वंदी कंपनी हुंदै मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) की जुलाई महीने में घरेलू बिक्री 10 प्रतिशत गिरकर 39,010 वाहन रही। जुलाई 2018 में कंपनी ने 43,481 गाड़ियां बेची थीं.

महिंद्रा एंड महिंद्रा की भी घरेलू बिक्री 16 प्रतिशत टूटकर 37,474 वाहन रही जो पिछले साल 44,605 इकाई थी. कंपनी के यूटिलिटी, कार और वैन समेत यात्री वाहनों की बिक्री 15 प्रतिशत घटकर 16,831 वाहन रही. यह पिछले साल इसी दौरान 17,781 वाहन थी.

महिंद्रा एंड महिंद्रा के बिक्री एवं विपणन प्रमुख (वाहन विभाग) वीजे राम नाकरा ने कहा कि विभिन्न कारणों के चलते ग्राहकों की मांग कम रहने से वाहन उद्योग के सामने चुनौतियां बनी हुई हैं. ग्राहकों की मांग बढ़ाने के लिए उद्योग को प्रोत्साहन की जरूरत है.

होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड की घरेलू बिक्री जुलाई में 48.67 प्रतिशत घटकर 10,250 इकाई रही. पिछले साल इसी माह में यह आंकड़ा 19,970 वाहन था.

कंपनी ने वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं निदेशक (बिक्री एवं विपणन) राजेश गोयल ने कहा, "मंदी और खरीदारों की मांग धारणा कमजोर पड़ने से पिछले महीने वाहन उद्योग में जारी गिरावट और गहराई है. हम भी खरीद में देरी के कई मामलों का सामना कर रहे हैं. जुलाई में हुई गिरावट चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही की गिरावट से भी ज्यादा चिंताजनक है. जबकि पिछले साल जुलाई में भी गिरावट दर्ज की गयी थी."

उन्होंने कहा कि बाजार परिस्थितियां वाहन उद्योग के लिए चुनौतीपूर्ण बनी रहेंगी. वहीं इस दौरान टोयोटा किर्लोस्कर मोटर की घरेलू बिक्री पिछले साल के 13,677 वाहन के मुकाबले 24 प्रतिशत गिरकर 10,423 वाहन पर आ गयी. दोपहिया क्षेत्र में भी मंदी का आलम दिखा.

देश की प्रमुख दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी बजाज ऑटो की घरेलू बिक्री पिछले साल के 2,37,511 वाहनों की तुलना में 13 प्रतिशत गिरकर 2,05,470 दोपहिया वाहन रही.

इसी तरह टीवीएस मोटर कंपनी की कुल घरेलू वाहन बिक्री जुलाई माह में 2,08,489 वाहन रही जो पिछले साल इसी अवधि की 2,47,382 वाहन की बिक्री से 15.72 प्रतिशत कम है.

हालांकि दोपहिया वाहन क्षेत्र में सुजुकी मोटरसाइकिल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की घरेलू बिक्री जुलाई में 17 प्रतिशत बढ़कर 62,366 वाहन रही जो पिछले साल जुलाई में 53,321 वाहन थी.

कंपनी के उपाध्यक्ष देवाशीष हांडा ने कहा कि जुलाई हमारे लिए बहुत बेहतर महीना रहा है. हमने मोटर साइकिल और स्कूटर दोनों श्रेणी में नए उत्पाद और मॉडल पेश किए हैं. हम आगे भी भारतीय ग्राहकों के अनुरूप अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को मजबूत करते रहेंगे.

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Last Updated : Aug 2, 2019, 12:01 AM IST
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