तिरुपुर : यूनाइटेड किंगडम (यूके) यूरोपीय संघ को छोड़ने की तैयारी में है. इसने न केवल पश्चिमी देशों को अनिश्चितता में धकेल दिया है, बल्कि वहां से 8,000 किलोमीटर दूर भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित तिरुपुर के लिए नई समस्या पैदा हो गई है.
तिरुपुर अपने बुने हुए कपड़ों के निर्यात के लिए विकसित देशों में, विशेष रूप से यूरोप और यूके में प्रसिद्ध है. अब यूरोपीय संघ और ब्रिटेन के निर्यात में गिरावट के मुद्धे पर काबू पाने के लिए, तिरुपुर एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन ने केंद्र सरकार से एक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को सील करने का आग्रह किया.
ईटीवी भारत से बात करते हुए, एसोसिएशन के अध्यक्ष, राजा एम शनमुघम ने कहा, "ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के बाद कुछ बदलाव हो सकते हैं. कुछ कंपनियों से यूके के खरीददारों ने निर्धारित समय के पहले कपड़ों के शिपिंग का अनुरोध किया गया है."
2016 में ब्रेक्जिट वार्ता शुरू होने पर व्यापार निकायों ने सरकार से एफटीए अनुबंध करने का आग्रह किया था. भारत-यूरोपीय संघ द्विपक्षीय एफटीए के लिए वार्ता, जिसे द्विपक्षीय व्यापार और निवेश समझौते (बीटीआईए) के रूप में जाना जाता है, 2007 में लॉन्च किया गया था और ब्रेक्जिट के कारण इसे रोक कर रखा गया था.
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