दावोस: पूर्व व्यापार मंत्री सुरेश प्रभु ने बुधवार को कहा कि विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) को स्वतंत्र रूप से और अधिक कुशलता से काम करने की अनुमति दी जानी चाहिए ताकि वैश्विक व्यापार अच्छे से फल-फूल सके. हालांकि, डब्ल्यूटीओ में कुछ बदलाव किए जाने की जरूरत है.
प्रभु ने विश्व आर्थिक मंच के एक सत्र में कहा कि व्यापार और सुरक्षा के लिहाज से महासागर आगे चलकर बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
उन्होंने कहा, "हमें हिंद प्रशांत क्षेत्र में व्यापार और वाणिज्य के मुक्त प्रवाह की अनुमति देनी चाहिए. इस क्षेत्र में वृद्धि का भारी संभावनाएं हैं बशर्ते इसके लिए सहयोग और बेहतर संपर्क की जरूरत है."
प्रभु ने कहा कि व्यापार रोजगार और अधिक कारोबारी अवसर सृजित कर सकता है.
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उन्होंने डब्ल्यूटीओ को लेकर कहा, "हमने महसूस किया है कि बहुपक्षीय व्यापार निकायों को मुक्त रूप से और कुशलता से काम करने की अनुमति दी जानी चाहिए क्योंकि यह आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा दे सकता है."
प्रभु ने कहा, "पिछले कुछ दशकों में विश्व व्यापार संगठन ने वैश्विक व्यापार को बढ़ावा दिया है और हम सभी को इसका समर्थन करना चाहिए. हां, हमें डब्ल्यूटीओ में और बदलाव करने की जरूरत है क्योंकि वैश्विक व्यापार तेजी से बदला है."