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10 में से 1 भारतीय ने नौकरी गंवाई: सर्वेक्षण

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Published : May 27, 2020, 10:41 PM IST

Updated : May 27, 2020, 11:22 PM IST

नौकरीडॉटकॉम ने 50,000 सक्रिय कर्मचारियों के बीच सर्वे किया, जिसमें उन्होंने पाया कि 70 फीसदी कर्मचारी बेहतर करियर के अवसरों के लिए नई नौकरियों की तलाश कर रहे हैं.

10 में से 1 भारतीय ने नौकरी गंवाई: सर्वेक्षण
10 में से 1 भारतीय ने नौकरी गंवाई: सर्वेक्षण

नई दिल्ली: नौकरीडॉटकॉम के एक सर्वे के अनुसार, भारत में 10 में से कम से कम 1 व्यक्ति ने अपनी नौकरी गंवा दी है. वहीं 10 में से 3 लोगों को उनकी नौकरी जाने का डर है. नौकरी से निकाले गए 10 फीसदी लोगों में से 15 फीसदी एयरलाइंस और ई-कॉमर्स इंडस्ट्री से हैं और 14 फीसदी हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री से हैं.

लगभग 13 प्रतिशत नौकरी से निकाले गए कर्मचारी 11 साल के अनुभव के साथ वरिष्ठ पद पर थे, जिसमें सेल्स से (12 प्रतिशत), एचआर एंड एडमिन से (12 प्रतिशत), मार्केटिंग से (11 प्रतिशत) या संचालन/आपूर्ति श्रृंखला से (11 प्रतिशत) कर्मचारी शामिल हैं.

नौकरीडॉटकॉम ने 50,000 सक्रिय कर्मचारियों के बीच सर्वे किया, जिसमें उन्होंने पाया कि 70 फीसदी कर्मचारी बेहतर करियर के अवसरों के लिए नई नौकरियों की तलाश कर रहे हैं, इसके बाद वेतन में कटौती के कारण 16 प्रतिशत और नौकरी से निकालने के डर से 14 प्रतिशत लोग नई नौकरी की तलाश में हैं.

आईटी, फार्मा, मेडिकल/हेल्थकेयर और बीएफएसआई उद्योगों में काम करने वाले लोग अन्य उद्योगों से अपने समकक्षों की तुलना में छंटनी और वेतन कटौती से कम प्रभावित हैं.

ये भी पढ़ें: भारत की जीडीपी वृद्धि अगले वित्त वर्ष में उछलकर पांच प्रतिशत पर पहुंच जायेगी: सुब्बाराव

नौकरीडॉटकॉम के मुख्य व्यवसाय अधिकारी पवन गोयल ने कहा, "यह सर्वे नौकरी बाजार के भविष्य के दृष्टिकोण के प्रति सावधानी बनाए रखने की एक व्यापक दिशा देगा, सर्वे में हमने पाया कि 10 प्रतिशत लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया है, जबकि लगभग 34 प्रतिशत लोगों को उनकी नौकरी जाने का डर है."

गोयल ने कहा, "अच्छी बात यह भी है कि 50 प्रतिशत से भी अधिक लोग, बेहतर करियर के लिए नौकरी बदलना चाहते हैं, जो उनकी कम समय में अधिक ग्रोथ में मदद करेगा."

(आईएएनएस)

नई दिल्ली: नौकरीडॉटकॉम के एक सर्वे के अनुसार, भारत में 10 में से कम से कम 1 व्यक्ति ने अपनी नौकरी गंवा दी है. वहीं 10 में से 3 लोगों को उनकी नौकरी जाने का डर है. नौकरी से निकाले गए 10 फीसदी लोगों में से 15 फीसदी एयरलाइंस और ई-कॉमर्स इंडस्ट्री से हैं और 14 फीसदी हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री से हैं.

लगभग 13 प्रतिशत नौकरी से निकाले गए कर्मचारी 11 साल के अनुभव के साथ वरिष्ठ पद पर थे, जिसमें सेल्स से (12 प्रतिशत), एचआर एंड एडमिन से (12 प्रतिशत), मार्केटिंग से (11 प्रतिशत) या संचालन/आपूर्ति श्रृंखला से (11 प्रतिशत) कर्मचारी शामिल हैं.

नौकरीडॉटकॉम ने 50,000 सक्रिय कर्मचारियों के बीच सर्वे किया, जिसमें उन्होंने पाया कि 70 फीसदी कर्मचारी बेहतर करियर के अवसरों के लिए नई नौकरियों की तलाश कर रहे हैं, इसके बाद वेतन में कटौती के कारण 16 प्रतिशत और नौकरी से निकालने के डर से 14 प्रतिशत लोग नई नौकरी की तलाश में हैं.

आईटी, फार्मा, मेडिकल/हेल्थकेयर और बीएफएसआई उद्योगों में काम करने वाले लोग अन्य उद्योगों से अपने समकक्षों की तुलना में छंटनी और वेतन कटौती से कम प्रभावित हैं.

ये भी पढ़ें: भारत की जीडीपी वृद्धि अगले वित्त वर्ष में उछलकर पांच प्रतिशत पर पहुंच जायेगी: सुब्बाराव

नौकरीडॉटकॉम के मुख्य व्यवसाय अधिकारी पवन गोयल ने कहा, "यह सर्वे नौकरी बाजार के भविष्य के दृष्टिकोण के प्रति सावधानी बनाए रखने की एक व्यापक दिशा देगा, सर्वे में हमने पाया कि 10 प्रतिशत लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया है, जबकि लगभग 34 प्रतिशत लोगों को उनकी नौकरी जाने का डर है."

गोयल ने कहा, "अच्छी बात यह भी है कि 50 प्रतिशत से भी अधिक लोग, बेहतर करियर के लिए नौकरी बदलना चाहते हैं, जो उनकी कम समय में अधिक ग्रोथ में मदद करेगा."

(आईएएनएस)

Last Updated : May 27, 2020, 11:22 PM IST
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