नई दिल्ली: सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी विप्रो का वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में शुद्ध लाभ 6 प्रतिशत घटकर 2,345.2 करोड़ रुपये रहा. कंपनी ने कोरोना वायरस संकट के बीच अनिश्चितता को देखते हुए आने वाले समय में आय वृद्धि के अनुमान को फिलहाल निलंबित रखा है.
कंपनी ने बुधवार को कहा कि वह मांग और आपूर्ति के लेकर निश्चितता बढ़ने के बाद ही आय के बारे में अनुमान उपलब्ध कराना शुरू करेगी. बेंगलुरू की कंपनी का शुद्ध लाभ इससे पूर्व वित्त वर्ष 2018-19 की इसी तिमाही में 2,493.9 करोड़ रुपये रहा था. कंपनी की आय जनवरी-मार्च 2020 तिमाही में 4.6 प्रतिशत बढ़कर 15,711 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 15,006.3 करोड़ रुपये थी.
विप्रो ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, "हमारा अनुमान है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण 31 मार्च 2020 को समाप्त तिमाही में आईटी सेवाओं से उसकी आय पर 1.4 से 1.6 करोड़ डॉलर का प्रतिकूल प्रभाव पड़ा. यह कुल आय का 0.7 से 0.8 प्रतिशत है."
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उसने यह भी कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण जो अनिश्चितता पैदा हुई है, उससे इस बात का अंदाजा लगाना मुश्किल है कि कंपनी के कामकाज पर इसका दुष्प्रभाव कहां तक होगा. पूरे वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी का लाभ 8.3 प्रतिशत बढ़कर 9,771.8 करोड़ रुपये जबकि कुल आय 4.2 प्रतिशत बढ़कर 61,023.2 करोड़ रुपये रही.।
(पीटीआई-भाषा)