हैदराबाद : भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने 30 सितंबर, 2020 को समाप्त तिमाही के लिए 'भारतीय दूरसंचार सेवा निष्पादन संकेतक रिपोर्ट' जारी कर दी है. यह रिपोर्ट दूरसंचार सेवाओं का एक व्यापक परिदृश्य उपलब्ध कराती है.
ट्राई एक वैधानिक प्राधिकरण है, जो संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग के तहत कार्य करता है.
यह रिपोर्ट 1 जुलाई, 2020 से 30 सितंबर, 2020 की अवधि के लिए भारत में दूरसंचार सेवाओं के साथ-साथ केबल टेलीविजन, डीटीएच तथा रेडियो प्रसारण सेवाओं के लिए महत्वपूर्ण मानदंड तथा विकास के रुझानों को प्रस्तुत करती है. इसे सेवा प्रदाताओं द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना के आधार पर संकलित किया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, देश में दूरसंचार उपभोक्ताओं की संख्या जून, 2020 के अंत में 1,160.52 मिलियन से बढ़कर सितंबर, 2020 के अंत में 1,168.66 मिलियन हो गई. जिसमें पिछली तिमाही की तुलना में 0.70 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की गई. पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर दूरसंचार उपभोक्ताओं की संख्या में 2.22 प्रतिशत कमी दर्ज की गई.
देश में समग्र दूरसंचार घनत्व 30 जून, 2020 को 85.85 प्रतिशत से बढ़कर 30 सितंबर, 2020 को 86.22 प्रतिशत रहा.
टेलीफोन उपभोक्ताओं की संख्या तथा दूरसंचार घनत्व का रुझान
- जून, 2020 के अंत तक शहरी क्षेत्रों में दूरसंचार उपभोक्ताओं की संख्या 636.83 मिलियन से बढ़कर सितंबर, 2020 के अंत में 644.26 मिलियन हो गई और इसी अवधि के दौरान शहरी दूरसंचार घनत्व 137.35 प्रतिशत से बढ़कर 138.25 प्रतिशत हो गया.
- इस तिमाही के दौरान ग्रामीण दूरसंचार उपभोक्ताओं की संख्या 523.69 मिलियन से बढ़कर 524.39 मिलियन हो गई, परन्तु ग्रामीण दूरसंचार घनत्व में कोई बदलाव नहीं हुआ और 58.96 प्रतिशत ही रहा, जो कि जून 2020 में था.
- कुल दूरसंचार उपभोक्ताओं की संख्या में से, ग्रामीण उपभोक्ताओं की हिस्सेदारी जून, 2020 के अंत तक 45.13 प्रतिशत से घटकर सितंबर, 2020 के अंत तक 44.87 प्रतिशत हो गई.