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वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में कटौती पूरे वित्त वर्ष 2020-21 के लिए होगी: इंडिगो

इंडिगो ने शुक्रवार को अपने कर्मचारियों के वेतन में पांच से 25 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की थी. इसके अलावा कंपनी ने वरिष्ठ कर्मचारियों के लिए मई, जून और जुलाई में बिना वेतन अवकाश कार्यक्रम की भी घोषणा की थी.

वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में कटौती पूरे वित्त वर्ष 2020-21 के लिए होगी: इंडिगो
वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में कटौती पूरे वित्त वर्ष 2020-21 के लिए होगी: इंडिगो
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Published : May 10, 2020, 5:33 PM IST

नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन इंडिगो ने शनिवार को स्पष्ट किया है कि उसके वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में 25 प्रतिशत की कटौती पूरे वित्त वर्ष 2020-21 के लिए लागू होगी. कंपनी ने कहा है कि इन कर्मचारियों का मूल वेतन बहाल करने का फैसला वित्त वर्ष के अंत में किया जाएगा.

इंडिगो ने शुक्रवार को अपने कर्मचारियों के वेतन में पांच से 25 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की थी. इसके अलावा कंपनी ने वरिष्ठ कर्मचारियों के लिए मई, जून और जुलाई में बिना वेतन अवकाश कार्यक्रम की भी घोषणा की थी.

ये भी पढ़ें- लॉकडाउन 3.0: विनिर्माण उद्योग के लिए गाइडलाइन जारी

एयरलाइन ने यह घोषणा कर्मचारियों को भेजे गए आंतरिक ई-मेल के जरिये की है. हालांकि, इस मामले में कंपनी कई बार रुख में बदलाव करती रही है. कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन के चलते सभी वाणिज्यिक उड़ानें बंद हैं. इससे घरेलू एयरलाइंस के समक्ष बड़ा संकट पैदा हो गया है.

पीटीआई के पास भी इस ई-मेल की प्रति है. इसमें एयरलाइन ने कहा है कि वेतन में कटौती मई से पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में लागू रहेगी. कंपनी कर्मचारियों को अप्रैल माह के पूरे वेतन का भुगतान पहले ही कर चुकी है.

एयरलाइन ने सबसे पहले 19 मार्च को कर्मचारियों के वेतन में कटौती की घोषणा की थी. उस समय यह तय हो गया था कि कोविड-19 की वजह से बड़े संकट की स्थिति बनने वाली है. हालांकि, बाद में सरकार की इच्छा के अनुसार कंपनी ने वेतन कटौती की घोषणा को वापस ले लिया था.

इसके बाद शुक्रवार सुबह एयरलाइन ने कहा कि उसने पहले जो वेतन कटौती की घोषणा की है, उसे वह मई से लागू करेगी. इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रणंजय दत्ता ने कर्मचारियों को भेजे ई-मेल में कहा कि हमने मार्च और अप्रैल माह का पूरा वेतन दे दिया है. लेकिन हमारे पास मई से वेतन कटौती की मूल घोषणा को लागू करने के अलावा विकल्प नहीं है.

इसके बाद शुक्रवार रात को भेजे ई-मेल में एयरलाइन ने कर्मचरियों को स्पष्ट किया कि यह वेतन कटौती पूरे वित्त वर्ष 2020-21 के लिए होगी. कर्मचारियों का मूल वेतन बहाल करने पर कंपनी ने कहा है कि इस बारे में फैसला चालू वित्त वर्ष के अंत तक किया जाएगा. दत्ता ने 19 मार्च को घोषणा की थी कि एयरलाइन वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में कटौती करने जा रही है. उन्होंने कहा था कि वह खुद सबसे अधिक 25 प्रतिशत की वेतन कटौती लेंगे.

दत्ता ने कहा था, "मैं व्यक्तिगत रूप से 25 प्रतिशत की वेतन कटौती लूंगा. वरिष्ठ उपाध्यक्ष और इससे अधिक के स्तर के अधिकारी 20 प्रतिशत, उपाध्यक्ष और कॉकपिट क्रू के सदस्य 15 प्रतिशत, सहायक उपाध्यक्ष, बैंड डी और केबिन क्रू के सदस्य 10 प्रतिशत और बैंड सी के कर्मचारी 5 प्रतिशत की कटौती लेंगे."

नरेंद्र मोदी सरकार ने 23 मार्च को सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की कंपनियों से कहा था कि वे अपने कर्मचारियों के वेतन में कटौती नहीं करें और न ही उन्हें नौकरी से बाहर करें.

शुक्रवार सुबह भेजे ई-मेल में दत्ता ने कहा कि वेतन कटौती के अलावा हमें कई और कष्ट वाले कदम उठाने पड़ेंगे. मई, जून और जुलाई के लिए बिना वेतन अवकाश कार्यक्रम लागू किया जा रहा है. बिना वेतन अवकाश कार्यक्रम कर्मचारी समूह के हिसाब से डेढ़ से पांच दिन का होगा.

हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह कदम उठाते समय हम यह सुनिश्चित करेंगे कि स्तर ए के कर्मचारी इससे प्रभावित नहीं हों. हमारे श्रमबल में स्तर ए के कर्मचारियों की संख्या सबसे अधिक है.

घरेलू यात्री बाजार में इंडिगो 48 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ी एयरलाइन है. पिछले साल 31 मार्च तक कंपनी के कर्मचारियों की संख्या 23,531 थी. कोरोना वायरस की वजह से 25 मार्च से राष्ट्रव्यापी बंद लागू है.

सभी एयरलाइंस लागत कटौती के कदम उठा रही हैं

  • गोएयर ने अपने ज्यादातर कर्मचारियों को मई अंत तक बिना वेतन अवकाश पर भेज दिया है.
  • विस्तार ने अप्रैल में अपने वरिष्ठ कर्मचारियों के लिए अनिवार्य रूप से छह दिन का बिना वेतन अवकाश लागू किया था. इन्ही कर्मचारियों को मई और जून में चार दिन बिना वेतन अवकाश पर रहना होगा.
  • एयरएशिया इंडिया ने अपने वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में 20 प्रतिशत कटौती की है.
  • एयर इंडिया ने कर्मचारियों का वेतन 10 प्रतिशत घटाया है.
  • स्पाइसजेट ने मध्यम और वरिष्ठ स्तर के कर्मचारियों के वेतन में 10 से 30 प्रतिशत की कटौती की है.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन इंडिगो ने शनिवार को स्पष्ट किया है कि उसके वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में 25 प्रतिशत की कटौती पूरे वित्त वर्ष 2020-21 के लिए लागू होगी. कंपनी ने कहा है कि इन कर्मचारियों का मूल वेतन बहाल करने का फैसला वित्त वर्ष के अंत में किया जाएगा.

इंडिगो ने शुक्रवार को अपने कर्मचारियों के वेतन में पांच से 25 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की थी. इसके अलावा कंपनी ने वरिष्ठ कर्मचारियों के लिए मई, जून और जुलाई में बिना वेतन अवकाश कार्यक्रम की भी घोषणा की थी.

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एयरलाइन ने यह घोषणा कर्मचारियों को भेजे गए आंतरिक ई-मेल के जरिये की है. हालांकि, इस मामले में कंपनी कई बार रुख में बदलाव करती रही है. कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन के चलते सभी वाणिज्यिक उड़ानें बंद हैं. इससे घरेलू एयरलाइंस के समक्ष बड़ा संकट पैदा हो गया है.

पीटीआई के पास भी इस ई-मेल की प्रति है. इसमें एयरलाइन ने कहा है कि वेतन में कटौती मई से पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में लागू रहेगी. कंपनी कर्मचारियों को अप्रैल माह के पूरे वेतन का भुगतान पहले ही कर चुकी है.

एयरलाइन ने सबसे पहले 19 मार्च को कर्मचारियों के वेतन में कटौती की घोषणा की थी. उस समय यह तय हो गया था कि कोविड-19 की वजह से बड़े संकट की स्थिति बनने वाली है. हालांकि, बाद में सरकार की इच्छा के अनुसार कंपनी ने वेतन कटौती की घोषणा को वापस ले लिया था.

इसके बाद शुक्रवार सुबह एयरलाइन ने कहा कि उसने पहले जो वेतन कटौती की घोषणा की है, उसे वह मई से लागू करेगी. इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रणंजय दत्ता ने कर्मचारियों को भेजे ई-मेल में कहा कि हमने मार्च और अप्रैल माह का पूरा वेतन दे दिया है. लेकिन हमारे पास मई से वेतन कटौती की मूल घोषणा को लागू करने के अलावा विकल्प नहीं है.

इसके बाद शुक्रवार रात को भेजे ई-मेल में एयरलाइन ने कर्मचरियों को स्पष्ट किया कि यह वेतन कटौती पूरे वित्त वर्ष 2020-21 के लिए होगी. कर्मचारियों का मूल वेतन बहाल करने पर कंपनी ने कहा है कि इस बारे में फैसला चालू वित्त वर्ष के अंत तक किया जाएगा. दत्ता ने 19 मार्च को घोषणा की थी कि एयरलाइन वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में कटौती करने जा रही है. उन्होंने कहा था कि वह खुद सबसे अधिक 25 प्रतिशत की वेतन कटौती लेंगे.

दत्ता ने कहा था, "मैं व्यक्तिगत रूप से 25 प्रतिशत की वेतन कटौती लूंगा. वरिष्ठ उपाध्यक्ष और इससे अधिक के स्तर के अधिकारी 20 प्रतिशत, उपाध्यक्ष और कॉकपिट क्रू के सदस्य 15 प्रतिशत, सहायक उपाध्यक्ष, बैंड डी और केबिन क्रू के सदस्य 10 प्रतिशत और बैंड सी के कर्मचारी 5 प्रतिशत की कटौती लेंगे."

नरेंद्र मोदी सरकार ने 23 मार्च को सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की कंपनियों से कहा था कि वे अपने कर्मचारियों के वेतन में कटौती नहीं करें और न ही उन्हें नौकरी से बाहर करें.

शुक्रवार सुबह भेजे ई-मेल में दत्ता ने कहा कि वेतन कटौती के अलावा हमें कई और कष्ट वाले कदम उठाने पड़ेंगे. मई, जून और जुलाई के लिए बिना वेतन अवकाश कार्यक्रम लागू किया जा रहा है. बिना वेतन अवकाश कार्यक्रम कर्मचारी समूह के हिसाब से डेढ़ से पांच दिन का होगा.

हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह कदम उठाते समय हम यह सुनिश्चित करेंगे कि स्तर ए के कर्मचारी इससे प्रभावित नहीं हों. हमारे श्रमबल में स्तर ए के कर्मचारियों की संख्या सबसे अधिक है.

घरेलू यात्री बाजार में इंडिगो 48 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ी एयरलाइन है. पिछले साल 31 मार्च तक कंपनी के कर्मचारियों की संख्या 23,531 थी. कोरोना वायरस की वजह से 25 मार्च से राष्ट्रव्यापी बंद लागू है.

सभी एयरलाइंस लागत कटौती के कदम उठा रही हैं

  • गोएयर ने अपने ज्यादातर कर्मचारियों को मई अंत तक बिना वेतन अवकाश पर भेज दिया है.
  • विस्तार ने अप्रैल में अपने वरिष्ठ कर्मचारियों के लिए अनिवार्य रूप से छह दिन का बिना वेतन अवकाश लागू किया था. इन्ही कर्मचारियों को मई और जून में चार दिन बिना वेतन अवकाश पर रहना होगा.
  • एयरएशिया इंडिया ने अपने वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में 20 प्रतिशत कटौती की है.
  • एयर इंडिया ने कर्मचारियों का वेतन 10 प्रतिशत घटाया है.
  • स्पाइसजेट ने मध्यम और वरिष्ठ स्तर के कर्मचारियों के वेतन में 10 से 30 प्रतिशत की कटौती की है.

(पीटीआई-भाषा)

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