नई दिल्ली: प्रख्यात उद्योगपति एवं आईटीसी के चेयरमैन वाई.सी.देवेश्वर के निधन पर नेताओं और कारोबारियों ने शनिवार को शोक प्रकट किया. लोगों ने कहा कि वह अपने पीछे एक समृद्ध विरासत छोड़ गये हैं.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ट्विट किया, "आईटीसी के चेयरमैन योगी सी. देवेश्वर के निधन से आहत हूं. योगी ने एक कारोबारी पेशेवर एवं एक उद्यमी के तौर पर शानदार प्रदर्शन किया तथा अपनी कंपनी को नयी उंचाइयों पर ले गये. भगवान उनकी आत्मा को शांति दें तथा उनके परिजनों को यह नुकसान सहने की शक्ति दें."
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें कॉरपोरेट जगत का विशाल व्यक्तित्व करार दिया. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, "वाई.सी.देवेश्वर जी के निधन से दुखी हूं. वह कॉरपोरेट जगत के विशाल व्यक्तिक्व थे. मेरे पास उद्योग जगत के कप्तान होने के उनसे जुड़े कई अनुभव हैं. उनके परिवार, उनके सहकर्मियों और उनके प्रशंसकों को संवेदनाएं."
उद्योग संगठन सीआईआई ने भी देवेश्वर के निधन पर दुख जाहिर किया और इसे घरेलू उद्योग के लिये बड़ी क्षति करार दिया. देवेश्वर 2005-06 के दौरान सीआईआई के अध्यक्ष रहे.
सीआईआई के अध्यक्ष विक्रम किर्लोस्कर ने कहा, "भारतीय उद्योग के विशाल व्यक्तित्व तथा मार्गदर्शक देवेश्वर जी का टिकाउ कारोबार के प्रति उत्साह एवं प्रतिबद्धता सभी के लिये प्रेरणा है. देश में समावेशी विकास के प्रति उनका समर्पण सराहनीय है और उन्होंने उदाहरण पेश करते हुए अगुवाई की."
देवेश्वर (72) को सिगरेट बनाने वाली कंपनी आईटीसी को एफएमसीजी, हॉस्पिटलिटी, आईटी समेत विभिन्न क्षेत्रों की अग्रणी कंपनी बनाने का श्रेय दिया जाता है.
एसोचैम के अध्यक्ष बी.के.गोयनका ने एक ट्वीट में कहा कि देवेश्वर भारतीय उद्योग जगत के लिये बड़े अगुवा रहे हैं जिन्होंने उद्योग जगत एवं समाज के लिये व्यापक योगदान दिया.
उन्होंने 2017 में कंपनी के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पद छोड़ा था. हालांकि, वह अभी भी गैर-कार्यकारी चेयरमैन बने हुए थे.
देवेश्वर 1968 में आईटीसी से जुड़े थे और 11 अप्रैल 1984 को निदेशक मंडल में निदेशक बनाये गये थे. वह एक जनवरी 1996 को कंपनी के मुख्य कार्यकारी एवं चेयरमैन बने.