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कोविड-19: मर्सीडीज की फार्मूला वन टीम ने बनाया सांस लेने में मदद करने वाला डिवाइस

मर्सीडीज ने यूनिवर्सिटी कालेज लंदन (यूसीएल) में इंजीनियरों और यूनिवर्सिटी कालेज लंदन अस्पताल के चिकित्सकों के साथ मिलकर ऐसा यंत्र तैयार किया है जो आक्सीजन मास्क और पूर्ण वेंटीलेंशन के बीच की कमी को पूरा करता है.

मर्सीडीज की फार्मूला वन टीम ने कोविड-19 के लिये बनाया सांस लेने में मदद वाला डिवाइस
मर्सीडीज की फार्मूला वन टीम ने कोविड-19 के लिये बनाया सांस लेने में मदद वाला डिवाइस
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Published : Apr 3, 2020, 1:15 PM IST

Updated : Apr 3, 2020, 1:20 PM IST

लंदन: फार्मूला वन टीम मर्सीडीज ने कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को सांस लेने में मदद के लिये एक यंत्र बनाया है जो उन्हें आईसीयू से बाहर कर सकता है और ब्रिटेन में स्वास्थ्य सेवाओं से कुछ दबाव कम सकता है.

ब्रिटेन में कोविड-19 के 20,000 पुष्ट मामले हैं जबकि 1200 से ज्यादा की मौत हो चुकी है. मर्सीडीज ने यूनिवर्सिटी कालेज लंदन (यूसीएल) में इंजीनियरों और यूनिवर्सिटी कालेज लंदन अस्पताल के चिकित्सकों के साथ मिलकर ऐसा यंत्र तैयार किया है जो आक्सीजन मास्क और पूर्ण वेंटीलेंशन के बीच की कमी को पूरा करता है.

ये भी पढ़ें- लॉकडाउन: अल्फांसो आम, अंगूर और अनार सहित विभिन्न फलों के निर्यात होंगे प्रभावित

इस यंत्र को कंटीन्यूअस पाजीटिव एयरवे प्रेशर के नाम से जाना था जिसका इस्तेमाल इस महामारी के दौरान इटली और चीन में मरीजों के फेफड़ों में आक्सीजन को भेजने के लिये किया गया था.

यूसीएल ने कहा कि इस यंत्र को ब्रिटेन में इस्तेमाल की सिफारिश की गयी है और क्लिनिकल ट्रायल के लिये 100 यंत्र अस्पतालों में भेजे गये हैं.

क्या है खासियत

मर्सिडीज ने कोरोना मरीजों को सांस लेने में सहायता करने के उद्देश्य से एक खास उपकरण बनाया है, इसकी खासियत ये है कि इस उपकरण के जरिए ऐसे मरीज जिन्हें सांस लेने में परेशानी है उन्हें आईसीयू से बाहर भी लिटाया जा सकता है. ये एक ऐसा उपकरण होता है जो मरीज के फेफड़ों तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है. दरअसल कोरोना के मरीजों को संक्रमण बढ़ने पर सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है.

(पीटीआई-भाषा)

लंदन: फार्मूला वन टीम मर्सीडीज ने कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को सांस लेने में मदद के लिये एक यंत्र बनाया है जो उन्हें आईसीयू से बाहर कर सकता है और ब्रिटेन में स्वास्थ्य सेवाओं से कुछ दबाव कम सकता है.

ब्रिटेन में कोविड-19 के 20,000 पुष्ट मामले हैं जबकि 1200 से ज्यादा की मौत हो चुकी है. मर्सीडीज ने यूनिवर्सिटी कालेज लंदन (यूसीएल) में इंजीनियरों और यूनिवर्सिटी कालेज लंदन अस्पताल के चिकित्सकों के साथ मिलकर ऐसा यंत्र तैयार किया है जो आक्सीजन मास्क और पूर्ण वेंटीलेंशन के बीच की कमी को पूरा करता है.

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इस यंत्र को कंटीन्यूअस पाजीटिव एयरवे प्रेशर के नाम से जाना था जिसका इस्तेमाल इस महामारी के दौरान इटली और चीन में मरीजों के फेफड़ों में आक्सीजन को भेजने के लिये किया गया था.

यूसीएल ने कहा कि इस यंत्र को ब्रिटेन में इस्तेमाल की सिफारिश की गयी है और क्लिनिकल ट्रायल के लिये 100 यंत्र अस्पतालों में भेजे गये हैं.

क्या है खासियत

मर्सिडीज ने कोरोना मरीजों को सांस लेने में सहायता करने के उद्देश्य से एक खास उपकरण बनाया है, इसकी खासियत ये है कि इस उपकरण के जरिए ऐसे मरीज जिन्हें सांस लेने में परेशानी है उन्हें आईसीयू से बाहर भी लिटाया जा सकता है. ये एक ऐसा उपकरण होता है जो मरीज के फेफड़ों तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है. दरअसल कोरोना के मरीजों को संक्रमण बढ़ने पर सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Apr 3, 2020, 1:20 PM IST

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