नई दिल्ली: देश की दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेवा कंपनी इन्फोसिस का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) का एकीकृत शुद्ध लाभ 20.5 प्रतिशत बढ़कर 4,845 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
कंपनी ने चालू वित्त वर्ष के के लिए अपने राजस्व के अनुमान को बढ़ाकर 2-3 प्रतिशत कर दिया है. इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 4,019 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था.
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बेंगलुरु मुख्यालय वाली कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी आय 8.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 24,570 करोड़ रुपये रही. इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी की आय 22,629 करोड़ रुपये रही थी.
इन्फोसिस ने 2020-21 के लिए स्थिर मुद्रा में अपने राजस्व में वृद्धि के अनुमान को बढ़ाकर 2-3 प्रतिशत कर दिया है. इससे पहले कंपनी ने राजस्व में दो प्रतिशत तक वृद्धि का अनुमान लगाया गया था.
इन्फोसिस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एवं प्रबंध निदेशक सलिल पारेख ने कहा, "2020-21 के लिए राजस्व का मार्जिन परिदृश्य में वृद्धि की वजह यह है कि हमारे ग्राहक कंपनी के प्रति लगातार भरोसा दिखा रहे हैं."
उन्होंने कहा कि कंपनी अपनी डिजिटल और क्लाउड क्षमता की वजह से बाजार में भिन्न नतीजे हासिल कर पाई है, जो हमारे तिमाही प्रदर्शन में भी नजर आ रहा है.
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कंपनी ने 12 रुपये प्रति इक्विटी शेयर का अंतरिम लाभांश घोषित किया है. इन्फोसिस के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) नीलंजन रॉय ने कहा कि पहली छमाही में कंपनी का मुक्त नकदी प्रवाह उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है. इसकी वजह तरलता और नकदी प्रबंधन पर लगातार ध्यान देना है.
उन्होंने कहा कि इसी के अनुरूप हम अपने अंतरिम लाभांश को 50 प्रतिशत बढ़ाकर 12 रुपये प्रति शेयर कर रहे हैं. कंपनी ने कहा कि वह दूसरी तिमाही में 100 प्रतिशत वैरिएबल-पे के साथ विशेष प्रोत्साहन दे रही है.
इन्फोसिस के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) प्रवीन राव ने कहा कि कंपनी में सभी स्तरों पर वेतनवृद्धि और पदोन्नति की जाएगी, जो एक जनवरी से प्रभावी होगी.
(पीटीआई-भाषा)