मुंबई: वित्तीय संकट में फंसी जेट एयरवेज की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. सरकारी पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल ने बुधवार को जेट एयरवेज को ईंधन की आपूर्ति एक बार फिर से रोक दी. पिछले आठ दिन में तीसरी बार आपूर्ति रोक गई है.
एक सूत्र ने कहा कि यूरोप की एक कार्गो सेवा प्रदाता ने बकाये का भुगतान नहीं होने की वजह से जेट एयरवेज के विमान को एम्सटर्डम हवाई अड्डे पर जब्त कर लिया. पिछले आठ दिनों में यह तीसरी मौका है जब इंडियन ऑयल ने जेट एयरवेज की विमान ईंधन की आपूर्ति रोकी है.
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सूत्र ने कहा कि बकाया का भुगतान नहीं करने की वजह से इंडियन ऑयल ने मुंबई, दिल्ली और हैदराबाद हवाई अड्डों पर जेट एयरवेज को ईंधन आपूर्ति पर रोक लगा दी. मुंबई जेट एयरवेज का सबसे मुख्य अड्डा है और वहां यहां से सबसे ज्यादा उड़ानों का परिचालन करता है. उल्लेखनीय है कि 4 और 5 मार्च को भी इंडियन ऑयल ने जेट एयरवेज की ईंधन आपूर्ति रोक दी थी और कंपनी के प्रबंधन की तरफ से आश्वासन मिलने के बाद ही आपूर्ति फिर से चालू की थी.
एक सूत्र ने बताया कि कार्गो एजेंट ने एयरलाइन की ओर से बकाये का भुगतान नहीं होने की वजह से जेट एयरवेज का बोइंग 777-300 ईआर (वीटी-जेईडब्ल्यू) अपने कब्जे में ले लिया. इस विमान के जरिये बुधवार एम्सटर्डम से मुंबई के लिए उड़ान (9 डब्ल्यू 321) सेवा का परिचालन किया जाना था.
हालांकि, जेट एयरवेज ने कहा कि 'परिचालन से जुड़े कारणों' की वजह से उसे 10 अप्रैल को एम्सटर्डम से मुंबई जाने वाली उड़ान में देरी हुई है. नकदी संकट की वजह से एयरलाइन अपने 16,000 से अधिक कर्मचारियों के आंशिक वेतन का ही भुगतान कर पा रही है. कंपनी के पायलटों के एक वर्ग ने मंगलवार को कंपनी प्रबंधन को कानूनी नोटिस भेजा है. फिलहाल कंपनी का प्रबंधन भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई वाला ऋणदाताओं का समूह कर रहा है.