ETV Bharat / business

फेसबुक-जियो साझेदारी से संकट के समय में भारतीय उद्योगों में खुशी

सोशल नेटवर्किं ग दिग्गज के अब तक के सबसे बड़े विदेशी निवेश की घोषणा के बाद, फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि यह भारत के लोगों के लिए वाणिज्य के अवसर खोलेगा.

फेसबुक-जियो साझेदारी से संकट के समय में भारतीय उद्योगों में खुशी
फेसबुक-जियो साझेदारी से संकट के समय में भारतीय उद्योगों में खुशी
author img

By

Published : Apr 22, 2020, 6:25 PM IST

नई दिल्ली: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक ने बुधवार को रिलायंस जियो में बड़ा निवेश करने का ऐलान किया है. कंपनी जियो में 5.7 अरब डॉलर (करीब 43,574 करोड़ रुपये) का निवेश करेगी. कोविड-19 महामारी के बीच इतने बड़े निवेश के बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था, मगर फेसबुक की इस घोषणा ने संकट की इस घड़ी में भारतीय प्रौद्योगिकी और ई-कॉमर्स क्षेत्र में एक खुशी की लहर पैदा कर दी है.

सोशल नेटवर्किं ग दिग्गज के अब तक के सबसे बड़े विदेशी निवेश की घोषणा के बाद, फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि यह भारत के लोगों के लिए वाणिज्य के अवसर खोलेगा.

किराने का सामान और अन्य घरेलू आवश्यक चीजें वितरित करने के लिए स्थापित किया गया जियो मार्ट इस सौदे का सबसे बड़ा लाभार्थी होने जा रहा है. यह रिलायंस रिटेल का नया वाणिज्य व्यवसाय है. यह निवेश एक ऐसे समय में रणनीतिक माना जा रहा है, जब रिटेल क्षेत्र का काम अपनी सही रफ्तार से नहीं हो रहा है. चाहे अमेजन हो या फ्लिपकार्ट, ये कंपनियां भी सामाजिक दूरी अपनाने वाले इस समय में केवल किराने का सामान और अन्य आवश्यक वस्तुएं ही वितरित कर रही हैं.

ऑनलाइन रिटेल सेक्टर में रिलायंस रिटेल का प्रवेश अमेजन के लिए सबसे बड़ी चुनौती है.

रिलायंस रिटेल की भारतीय बाजार में अच्छी पकड़ है और यह 6,600 से अधिक शहरों और कस्बों में 10,415 स्टोर संचालित करता है.

इस निवेश का दूसरा बड़ा लाभार्थी व्हाट्सएप-पे है. हालांकि भारत में व्हाट्सएप पे शुरू करने में देरी जरूर हुई, मगर जुकरबर्ग ने दोहराया है कि यूपीआई आधारित भुगतान सुविधा देश के लिए अगली सबसे बड़ी चीज है.

निवेश के साथ-साथ जियो प्लेटफॉर्म्स, रिलायंस रिटेल और व्हाट्सएप ने भी जियोमार्ट प्लेटफॉर्म पर रिलायंस रिटेल के नए वाणिज्य व्यवसाय को व्हाट्सएप का उपयोग करने और व्हाट्सएप पर छोटे व्यवसायों का समर्थन करने के लिए एक व्यावसायिक साझेदारी समझौता किया है.

ये भी पढ़ें: ट्रंप ने दी चीन के साथ व्यापार समझौते को समाप्त करने की धमकी

बर्नस्टीन की एक रिपोर्ट ने पिछले महीने कहा था कि देश में सबसे बड़े विकास का अवसर संगठित खुदरा क्षेत्र में ही है.

रिपोर्ट में कहा गया है, हमें उम्मीद है कि भारत का खुदरा बाजार, जो वर्तमान में 90 प्रतिशत असंगठित है और डिजिटल होने के लिए तैयार है, 2025 तक 1.2 खरब डॉलर तक पहुंच जाएगा. रिलायंस 18.5 अरब डॉलर के राजस्व और 11,000 से अधिक स्टोर के साथ ऑफलाइन लीडर है.

रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि कंपनी न्यू कॉमर्स में सबसे अच्छी स्थिति में है.

इंडस्ट्री इंटेलिजेंस ग्रुप (आईआईजी) के प्रमुख प्रभु राम ने आईएएनएस को बताया, जियो के पास 'सुपर प्लेटफॉर्म' के लिए सभी मुख्य चीजें हैं, जिसमें सबसे महत्वपूर्ण, 38.8 करोड़ ग्राहकों का नेटवर्क भी शामिल है.

उन्होंने जियो की फेसबुक के साथ साझेदारी को दोनों की कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण बताया है.

(आईएएनएस)

नई दिल्ली: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक ने बुधवार को रिलायंस जियो में बड़ा निवेश करने का ऐलान किया है. कंपनी जियो में 5.7 अरब डॉलर (करीब 43,574 करोड़ रुपये) का निवेश करेगी. कोविड-19 महामारी के बीच इतने बड़े निवेश के बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था, मगर फेसबुक की इस घोषणा ने संकट की इस घड़ी में भारतीय प्रौद्योगिकी और ई-कॉमर्स क्षेत्र में एक खुशी की लहर पैदा कर दी है.

सोशल नेटवर्किं ग दिग्गज के अब तक के सबसे बड़े विदेशी निवेश की घोषणा के बाद, फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि यह भारत के लोगों के लिए वाणिज्य के अवसर खोलेगा.

किराने का सामान और अन्य घरेलू आवश्यक चीजें वितरित करने के लिए स्थापित किया गया जियो मार्ट इस सौदे का सबसे बड़ा लाभार्थी होने जा रहा है. यह रिलायंस रिटेल का नया वाणिज्य व्यवसाय है. यह निवेश एक ऐसे समय में रणनीतिक माना जा रहा है, जब रिटेल क्षेत्र का काम अपनी सही रफ्तार से नहीं हो रहा है. चाहे अमेजन हो या फ्लिपकार्ट, ये कंपनियां भी सामाजिक दूरी अपनाने वाले इस समय में केवल किराने का सामान और अन्य आवश्यक वस्तुएं ही वितरित कर रही हैं.

ऑनलाइन रिटेल सेक्टर में रिलायंस रिटेल का प्रवेश अमेजन के लिए सबसे बड़ी चुनौती है.

रिलायंस रिटेल की भारतीय बाजार में अच्छी पकड़ है और यह 6,600 से अधिक शहरों और कस्बों में 10,415 स्टोर संचालित करता है.

इस निवेश का दूसरा बड़ा लाभार्थी व्हाट्सएप-पे है. हालांकि भारत में व्हाट्सएप पे शुरू करने में देरी जरूर हुई, मगर जुकरबर्ग ने दोहराया है कि यूपीआई आधारित भुगतान सुविधा देश के लिए अगली सबसे बड़ी चीज है.

निवेश के साथ-साथ जियो प्लेटफॉर्म्स, रिलायंस रिटेल और व्हाट्सएप ने भी जियोमार्ट प्लेटफॉर्म पर रिलायंस रिटेल के नए वाणिज्य व्यवसाय को व्हाट्सएप का उपयोग करने और व्हाट्सएप पर छोटे व्यवसायों का समर्थन करने के लिए एक व्यावसायिक साझेदारी समझौता किया है.

ये भी पढ़ें: ट्रंप ने दी चीन के साथ व्यापार समझौते को समाप्त करने की धमकी

बर्नस्टीन की एक रिपोर्ट ने पिछले महीने कहा था कि देश में सबसे बड़े विकास का अवसर संगठित खुदरा क्षेत्र में ही है.

रिपोर्ट में कहा गया है, हमें उम्मीद है कि भारत का खुदरा बाजार, जो वर्तमान में 90 प्रतिशत असंगठित है और डिजिटल होने के लिए तैयार है, 2025 तक 1.2 खरब डॉलर तक पहुंच जाएगा. रिलायंस 18.5 अरब डॉलर के राजस्व और 11,000 से अधिक स्टोर के साथ ऑफलाइन लीडर है.

रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि कंपनी न्यू कॉमर्स में सबसे अच्छी स्थिति में है.

इंडस्ट्री इंटेलिजेंस ग्रुप (आईआईजी) के प्रमुख प्रभु राम ने आईएएनएस को बताया, जियो के पास 'सुपर प्लेटफॉर्म' के लिए सभी मुख्य चीजें हैं, जिसमें सबसे महत्वपूर्ण, 38.8 करोड़ ग्राहकों का नेटवर्क भी शामिल है.

उन्होंने जियो की फेसबुक के साथ साझेदारी को दोनों की कंपनियों के लिए काफी महत्वपूर्ण बताया है.

(आईएएनएस)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.