नई दिल्ली: रियल्टी कंपनी डीएलएफ ने जीआईसी के साथ अपने संयुक्त उपक्रम का बकाया कम करने के लिये नोएडा में स्थित अपना मॉल एक अनुषंगी कंपनी को 2,950 करोड़ रुपये में हस्तांतरित कर दिया है.
कंपनी ने बृहस्पतिवार को शेयर बाजार को इसकी जानकारी दी. कंपनी को डीएलएफ साइबर सिटी डेवलपर्स लिमिटेड को 8,700 करोड़ रुपये का भुगतान करना है. डीएलएफ साइबर सिटी डेवलपर्स जीआईसी और डीएलएफ का संयुक्त उपक्रम है. कंपनी इस साल सितंबर तक इसका भुगतान कर देना चाहती है.
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कंपनी ने कहा कि उसने नोएडा स्थित मॉल ऑफ इंडिया को 2,950 करोड़ रुपये में अपनी अनुषंगी पालीवाल रीयल एस्टेट को हस्तांतरित कर दिया है.
डीएलएफ ने 2,950 करोड़ रुपये में 'मॉल ऑफ इंडिया' अनुषंगी को बेचा
कंपनी ने बृहस्पतिवार को शेयर बाजार को इसकी जानकारी दी. कंपनी को डीएलएफ साइबर सिटी डेवलपर्स लिमिटेड को 8,700 करोड़ रुपये का भुगतान करना है.
नई दिल्ली: रियल्टी कंपनी डीएलएफ ने जीआईसी के साथ अपने संयुक्त उपक्रम का बकाया कम करने के लिये नोएडा में स्थित अपना मॉल एक अनुषंगी कंपनी को 2,950 करोड़ रुपये में हस्तांतरित कर दिया है.
कंपनी ने बृहस्पतिवार को शेयर बाजार को इसकी जानकारी दी. कंपनी को डीएलएफ साइबर सिटी डेवलपर्स लिमिटेड को 8,700 करोड़ रुपये का भुगतान करना है. डीएलएफ साइबर सिटी डेवलपर्स जीआईसी और डीएलएफ का संयुक्त उपक्रम है. कंपनी इस साल सितंबर तक इसका भुगतान कर देना चाहती है.
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कंपनी ने कहा कि उसने नोएडा स्थित मॉल ऑफ इंडिया को 2,950 करोड़ रुपये में अपनी अनुषंगी पालीवाल रीयल एस्टेट को हस्तांतरित कर दिया है.
डीएलएफ ने 2,950 करोड़ रुपये में 'मॉल ऑफ इंडिया' अनुषंगी को बेचा
नई दिल्ली: रियल्टी कंपनी डीएलएफ ने जीआईसी के साथ अपने संयुक्त उपक्रम का बकाया कम करने के लिये नोएडा में स्थित अपना मॉल एक अनुषंगी कंपनी को 2,950 करोड़ रुपये में हस्तांतरित कर दिया है.
कंपनी ने बृहस्पतिवार को शेयर बाजार को इसकी जानकारी दी. कंपनी को डीएलएफ साइबर सिटी डेवलपर्स लिमिटेड को 8,700 करोड़ रुपये का भुगतान करना है. डीएलएफ साइबर सिटी डेवलपर्स जीआईसी और डीएलएफ का संयुक्त उपक्रम है. कंपनी इस साल सितंबर तक इसका भुगतान कर देना चाहती है.
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कंपनी ने कहा कि उसने नोएडा स्थित मॉल ऑफ इंडिया को 2,950 करोड़ रुपये में अपनी अनुषंगी पालीवाल रीयल एस्टेट को हस्तांतरित कर दिया है.
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