नई दिल्ली/नोएडा: यमुना प्राधिकरण (यीडा) ने बीते दिनों एक आवासीय भूखंड योजना लॉन्च की थी. जिसके लिए 27 दिसंबर को ड्रॉ का आयोजन किया गया था. इस योजना में जिन लोगों के नाम ड्रॉ में प्लॉट नहीं निकले हैं, उनकी ओर से बैंक में जमा की गई धनराशि को वापस करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. आज मंगलवार से उनके खातों में यह राशि भेजी जाएगी. इसके साथ यदि किसी आवेदक के खाते में किसी कारणवश यह धन वापस नहीं पहुंच पाता है, तो वह प्राधिकरण कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं.
आवेदकों की धनराशि वापस लौटाई जाएगी: दरअसल, बीते दिनों यमुना प्राधिकरण ने 451 आवासीय भूखंडों की योजना निकाली थी. जिसमें 1,11,703 आवेदकों ने फॉर्म भर कर आवेदन किया था. इसके लिए 27 दिसंबर को ग्रेटर नोएडा इंडिया एक्सपो मार्ट में ड्रा का आयोजन किया गया. इस ड्रॉ में 451 सफल आवेदकों को भूखंड आवंटित किए गए जबकि शेष आवेदकों की धनराशि वापस लौटाई जानी है. शनिवार और रविवार को बैंक बंद होने के कारण धन वापसी की प्रक्रिया नहीं हो सकी.
आवेदकों को धन वापस न मिले तो क्या करें: बताया गया है कि बुधवार तक सभी आवेदकों के खाते में धनराशि पहुंच जाएगी. शनिवार और रविवार को बैंक बंद होने के कारण धनराशि वापसी की प्रक्रिया में देरी हुई थी. कई बार खाते के नंबर और नाम में गड़बड़ी के कारण धन वापसी में रुकावट आ जाती है. जिन आवेदकों को धन वापस नहीं मिल पाता है, वह प्राधिकरण कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं. जबकि ड्रा में शामिल सफल आवेदकों को भूखंड की कीमत का भुगतान 60 दिनों के भीतर करना होगा. अन्यथा 61वें दिन से जुर्माना लगाने का प्रावधान लागू हो जाएगा. अवंतियों को एक सप्ताह के भीतर आवंटन पत्र उनके पते पर डाक के माध्यम से भेजा जाएगा.
एयरपोर्ट के पास आवासीय योजना के तहत घर: ग्रेटर नोएडा के जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनकर तैयार हो गया है और अप्रैल 2025 से यहां से उड़ानें शुरू हो जाएंगी. जिसके चलते यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में लगातार सपनों का आशियाना बनाने के लिए लोग प्रयासरत हैं. यमुना प्राधिकरण की आवासीय भूखंड योजना में लगातार लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. लेकिन इस आवासीय भूखंड योजना में केवल 451 आवेदकों का ही एयरपोर्ट के पास घर बनाने का सपना सफल हो पाया है.