जमशेदपुरः ऑटोमोबाइल सेक्टर में छाई मंदी की मार का टाटा मोटर्स पर खासा असर पड़ा है. एक बार फिर टाटा मोटर्स में 18 और 19 अक्टूबर को ब्लॉक क्लोजर की घोषणा की गई है. जबकि 20 अक्टूबर को रविवार होने से साप्ताहिक छुट्टी रहेगी. 21 अक्टूबर से कंपनी में काम शूरु होगा.
कम वाहनों के डिमांड आने से बार-बार ब्लॉक क्लोजर किया जा रहा है. टाटा मोटर्स में औसतन हर दिन 5000 गाड़ियां बनती थी, जबकि अब 2000 गाड़ियों का वर्क आर्डर ही आ रहा है.
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टाटा मोटर्स को मांग में आई कमी की वजह से बार-बार क्लोजर लेना पड़ रहा है. हर साल टाटा कंपनी प्रति महीने कभी 15 हजार से ज्यादा गाड़ियां बनाती थी.
टाटा मोटर्स में अक्टूबर महीने में तीसरी बार ब्लॉक क्लोजर की गई है. इस क्लोजर के दौरान कर्मचारियों के पर्सनल लीव का 50% हिस्सा कंपनी की और से काटा जाएगा. टाटा मोटर्स के लिए टाटा कमिंस इंजन बनाती है. जिससे अस्थायी मजदूरों के भविष्य पर संकट भी मंडराने लगा है.
टाटा मोटर्स में मंदी का असर, 18 और19 अक्टूबर को नहीं होगा प्रोडक्शन
टाटा मोटर्स को मांग में आई कमी की वजह से बार-बार क्लोजर लेना पड़ रहा है. हर साल टाटा कंपनी प्रति महीने कभी 15 हजार से ज्यादा गाड़ियां बनाती थी.
जमशेदपुरः ऑटोमोबाइल सेक्टर में छाई मंदी की मार का टाटा मोटर्स पर खासा असर पड़ा है. एक बार फिर टाटा मोटर्स में 18 और 19 अक्टूबर को ब्लॉक क्लोजर की घोषणा की गई है. जबकि 20 अक्टूबर को रविवार होने से साप्ताहिक छुट्टी रहेगी. 21 अक्टूबर से कंपनी में काम शूरु होगा.
कम वाहनों के डिमांड आने से बार-बार ब्लॉक क्लोजर किया जा रहा है. टाटा मोटर्स में औसतन हर दिन 5000 गाड़ियां बनती थी, जबकि अब 2000 गाड़ियों का वर्क आर्डर ही आ रहा है.
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टाटा मोटर्स को मांग में आई कमी की वजह से बार-बार क्लोजर लेना पड़ रहा है. हर साल टाटा कंपनी प्रति महीने कभी 15 हजार से ज्यादा गाड़ियां बनाती थी.
टाटा मोटर्स में अक्टूबर महीने में तीसरी बार ब्लॉक क्लोजर की गई है. इस क्लोजर के दौरान कर्मचारियों के पर्सनल लीव का 50% हिस्सा कंपनी की और से काटा जाएगा. टाटा मोटर्स के लिए टाटा कमिंस इंजन बनाती है. जिससे अस्थायी मजदूरों के भविष्य पर संकट भी मंडराने लगा है.
टाटा मोटर्स में मंदी का असर, 18 और19 अक्टूबर को नहीं होगा प्रोडक्शन
जमशेदपुरः ऑटोमोबाइल सेक्टर में छाई मंदी की मार का टाटा मोटर्स पर खासा असर पड़ा है. एक बार फिर टाटा मोटर्स में 18 और 19 अक्टूबर को ब्लॉक क्लोजर की घोषणा की गई है. जबकि 20 अक्टूबर को रविवार होने से साप्ताहिक छुट्टी रहेगी. 21 अक्टूबर से कंपनी में काम शूरु होगा.
कम वाहनों के डिमांड आने से बार-बार ब्लॉक क्लोजर किया जा रहा है. टाटा मोटर्स में औसतन हर दिन 5000 गाड़ियां बनती थी, जबकि अब 2000 गाड़ियों का वर्क आर्डर ही आ रहा है.
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टाटा मोटर्स में अक्टूबर महीने में तीसरी बार ब्लॉक क्लोजर की गई है. इस क्लोजर के दौरान कर्मचारियों के पर्सनल लीव का 50% हिस्सा कंपनी की और से काटा जाएगा. टाटा मोटर्स के लिए टाटा कमिंस इंजन बनाती है. जिससे अस्थायी मजदूरों के भविष्य पर संकट भी मंडराने लगा है.
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