कोलकाता: बंधन बैंक अपने मौजूदा शाखाओं के नेटवर्क को एकीकृत करेगा और उसमें दक्षता लाएगा. बैंक की शाखाएं जल्द ही 1000 के स्तर को छूने वाली है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह बात कही.
अधिकारी ने कहा कि मार्च 2019 तक शाखाओं की संख्या 986 हो गई है , जो कि इससे पिछले वित्त वर्ष में 936 थी. एक - दो महीने में इनकी संख्या बढ़कर 1000 तक पहुंचने का अनुमान है. बैंक की यह रणनीति उसके विस्तार पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के प्रतिबंध से पहले की है.
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बंधन बैंक के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) सुनील समदानी ने विश्लेषकों के एक सम्मेलन में कहा, "प्रतिबंध से पहले भी हमारी रणनीति यही थी कि एक बार 1000 शाखाओं का स्तर पार होने के बाद, हम शाखाओं के एकीकरण और इनमें दक्षता लाने की कोशिश करेंगे. यह काम दोबारा विस्तार प्रक्रिया शुरू करने से पहले होगा."
उन्होंने कहा, "हमारे पास आज की तारीख में 1000 से ज्यादा शाखाएं रखने की अनुमति है. आगे शाखाओं का विस्तार उस तरह नहीं होगा जैसा पिछले दो सालों में हुआ है क्योंकि हमने अगले दो - तीन साल की वृद्धि को ध्यान में रखते हुए पहले से ही पर्याप्त क्षमता का निर्माण कर लिया है."
बैंक ने पिछले वित्त वर्ष में 50 नई शाखाएं और 250 नए डोरस्टेप सेवा केंद्र (डीएससी) खोले हैं.
बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंद्र शेखर घोष ने कहा, "डोरस्टेप सेवा केंद्रों की संख्या बढ़कर 3014 हो गई है. इसी के साथ हमारे कुल बैंकिंग केंद्र 4000 हो गए हैं."