चेन्नई: वाहन उद्योग में जारी संकट के बीच क्षेत्र की अग्रणी कंपनी अशोक लेलैंड ने कार्यकारी स्तर के कर्मचारियों के लिये कंपनी से अलग होने की योजना की घोषणा की है. कंपनी ने यह योजना ऐसे समय पेश की है जब पहले से ही उसके कर्मचारी बोनस बढ़ाने को लेकर शुक्रवार से हड़ताल पर हैं.
अशोक लेलैंड एम्पलाइज यूनियन के सूत्रों ने शनिवार को बताया, "हम अपना हड़ताल जारी रख रहे हैं. प्रबंधन ने सोमवार तक कारखाने में काम बंद किया हुआ है. हम तब तक हड़ताल जारी रखेंगे जबतक प्रबंधन उपयुक्त समाधान लेकर नहीं आता है."
यूनियन ने बोनस में 10 प्रतिशत की वृद्धि की मांग की है जबकि प्रबंधन पांच प्रतिशत वृद्धि के लिये तैयार है. हिंदुजा समूह की कंपनी ने इस बीच कर्मचारियों के लिये एक नोटिस जारी की है.
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नोटिस में कंपनी ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) तथा कर्मचारी अलगाव योजना (ईएसएस) की पेशकश की है. सूत्रों ने कहा कि जो कर्मचारी वीआरएस की पात्रता नहीं रखते हैं, उनके लिये ईएसएस की पेशकश की गयी है.