नई दिल्ली: स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी वीवो भारत में औद्योगिक डिजाइन केंद्र स्थापित करेगी, ताकि देश में ही मोबाइल फोन का विकास किया जा सके. साथ ही अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाकर 50,000 करेगी.
वीवो इंडिया के निदेशक (ब्रांड रणनीति) निपुण मारया ने कहा कि कंपनी ने देश में 7,500 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की है. इसके माध्यम से कंपनी का लक्ष्य मोबाइल विनिर्माण क्षमता को मौजूदा 3.3 करोड़ इकाई से बढ़ाकर 12 करोड़ इकाई करना है.
उन्होंने कहा, "बहुत जल्द हम देश में अपना औद्योगिक डिजाइन केंद्र भी स्थापित करने जा रहे हैं. फिर हम ना सिर्फ 'मेक इन इंडिया' उत्पाद बना रहे होंगे, बल्कि इसकी डिजाइनिंग भी देश में होगी. यह डिजाइन केंद्र भारतीय ग्राहकों की जरूरत को समझने पर ध्यान देगा. भारत में ही विनिर्मित और डिजाइन किया गया पहला वीवो फोन 2020-21 के दौरान बाजार में आ जाएगा."
मारया ने वर्चुअल कार्यक्रम में 5जी प्रौद्योगिकी के लिए तैयार एक्स50 श्रृंखला के स्मार्टफोन पेश कर वीवो के प्रीमियम स्मार्टफोन श्रेणी में प्रवेश की घोषणा की.
उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'वोकल फॉर लोकल' अभियान का पूरी तरह समर्थन करते हैं.
कंपनी ने अपने ग्रेटर नोएडा संयंत्र के विस्तार पर 7,500 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है. इस निवेश से हमारी स्थानीय खरीद एक साल में 15 प्रतिशत से बढ़कर 40 प्रतिशत हो जाएगी.
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भारतीय स्मार्टफोन बाजार में वीवो की बाजार हिस्सेदारी करीब 21 प्रतिशत है और वह दूसरी सबसे बड़ी स्मार्टफोन कंपनी है.
मारया ने कहा कि कंपनी अपने संयंत्र के विस्तार के साथ ही अपने कर्मचारियों की संख्या 50,000 करेगी. इस निवेश से यह संयंत्र ना सिर्फ वीवो के सबसे बड़े संयंत्रों में से एक होगा बल्कि यह देश का सबसे बड़ा स्मार्टफोन विनिर्माण संयंत्र होगा.
कंपनी ने एक्स50 श्रृंखला के तहत दो मॉडल पेश किए हैं. इनकी कीमत 34,990 रुपये और 37,990 रुपये है. जबकि एक्स50 प्रो की कीमत 49,990 रुपये है.
(पीटीआई-भाषा)