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Union Budget Explained: एक्सपेंडिचर प्रोफाइल क्या है, आसान भाषा में समझें - finance minister sitharaman

संसद के बजट सत्र (parliament budget session) में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (finance minister sitharaman) एक बार फिर आम बजट पेश करेंगी. बजट में अर्थव्यवस्था के कई ऐसे कठिन शब्दों का प्रयोग होता है, जिनका आसान भाषा में अर्थ समझना कठिन होता है. आम बजट पेश किए जाने से पहले ईटीवी भारत आर्थिक बारीकियों को समझाने का प्रयास कर रहा है. ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता कृष्णानंद त्रिपाठी की रिपोर्ट से आसान भाषा में समझें, बजट में शामिल किया जाने वाला व्यय या एक्सपेंडिचर प्रोफाइल क्या है ?

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Published : Jan 19, 2022, 9:58 PM IST

नई दिल्ली : केंद्र सरकार द्वारा पेश किए जाने वाले आम बजट में व्यय या एक्सपेंडिचर प्रोफाइल अलग से बनाया जाता है. आम बजट को वार्षिक वित्तीय विवरण ( Annual Financial Statement) भी कहा जाता है. आम बजट को मुख्य रूप से दो शीर्षों में बांटा जाता है- पहला संवैधानिक जरूरत का अनुपालन करने के लिए और दूसरा संसद के सदस्यों और आम जनता जो बजट के प्रावधानों का अध्ययन करना चाहती है, ऐसे लोगों के लिए आसान भाषा वाले संदर्भ.

आम बजट को मुख्य रूप से दो भागों में बांटा गया है - प्राप्ति बजट और व्यय बजट. इसके अलावा, संविधान के अनुच्छेद 112 में कहा गया है कि सरकार का राजस्व व्यय जिसके परिणामस्वरूप कोई संपत्ति निर्माण नहीं होता, उसे अन्य प्रकार के व्यय से अलग दिखाया जाना चाहिए.

हाल के वर्षों में, वित्त मंत्रालय व्यय या एक्सपेंडिचर प्रोफाइल के शीर्षक के तहत कुछ व्यय संबंधी विवरण देती है. इस दस्तावेज़ को पहले व्यय बजट खंड - एक के रूप में जाना जाता था. हालांकि, योजना और गैर-योजना खर्च (plan and non-plan expenditure) को एक साथ मिलाने (merge) के निर्णय के बाद व्यय बजट खंड- एक अब बदले हुए (recast) रूप में जाना जाता है. अब व्यय प्रोफाइल में विभिन्न प्रकार के व्ययों का समूह प्रदान करती है और इसमें कुछ अन्य मांगें भी शामिल हैं.

यह भी पढ़ें- union budget tax on crypto : क्रिप्टो कारोबार पर कर लगाने, विशेष दायरे में लाने पर विचार संभव

इसके अलावा, वर्तमान लेखांकन और बजटीय प्रक्रियाओं (present accounting and budgetary procedures) के तहत, प्राप्तियों के कुछ वर्ग, जैसे- सरकारी विभाग द्वारा दूसरे विभाग को भुगतान और पूंजीगत परियोजनाओं या योजनाओं की प्राप्तियां (receipts of capital projects or schemes), प्राप्त करने वाले विभाग के खर्च में कमी के रूप में (taken in reduction of the expenditure) ली जाती हैं.

यह भी पढ़ें- Union Budget Explained : आसान भाषा में समझें व्यय बजट क्या है ?

अनुदान की मांगों (demand for grant) में शामिल खर्च का अनुमान सकल राशि के लिए होता है. वार्षिक वित्तीय विवरण (Annual Financial Statement) में शामिल खर्चों के अनुमान शुद्ध व्यय के लिए होते हैं. इनमें वसूली (recoveries) का भी ध्यान रखा जाता है. एक्सपेंडिचर या व्यय प्रोफाइल दस्तावेज लेखांकन प्रथाओं में कई अन्य सुधार भी करता है. जैसे- संबंधित प्राप्तियों के शुद्ध व्यय दिखाना, ताकि प्राप्तियों और व्यय के आंकड़ों के अधिक विवरण से बचा जा सके.

यह भी पढ़ें- Union Budget Explained: केंद्रीय बजट में क्या होता है अनुदान की मांग?

व्यय प्रोफाइल दस्तावेज में वित्तीय वर्ष के बजट अनुमानों और संशोधित अनुमानों के बीच भिन्नताओं को इंगित करने वाले विवरण भी शामिल होते हैं. एक्सपेंडिचर प्रोफाइल के दस्तावेजों से व्याख्यात्मक टिप्पणियों (explanatory notes) के साथ वित्तीय वर्ष के संशोधित अनुमानों और अगले वित्तीय वर्ष के बजट अनुमानों के बीच भिन्नताओं का भी विवरण मिलता है. व्यय प्रोफाइल में अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं या निकायों में किए गए योगदान और सरकारी विभागों की स्थापना की अनुमानित संख्या का विवरण भी शामिल किया जाता है. उनके लिए प्रावधान से संबंधित अलग-अलग विवरण (statements) दिए जाते हैं.

यह भी पढ़ें- Union Budget Explained: आसान शब्दों में समझें, बजट में क्या होता है राजकोषीय घाटा?

जेंडर न्याय पर बढ़ते फोकस (focus on gender justice) के साथ, व्यय प्रोफाइल में जेंडर बजटिंग पर विवरण भी दिखाया जाता है. इसमें अनुसूचित जाति उप-योजना (Scheduled Caste Sub-Scheme) और जनजातीय उप-योजना (Tribal Sub-Scheme) के लिए बनाई गई विकास योजनाओं और इन योजनाओं के लिए किए जाने वाले पैसों के आवंटन का विवरण दिखाया जाता है.

यह भी पढ़ें- Union Budget Explained: आसान शब्दों में जानें, बजट में क्या होता भारत का लोक लेखा खाता

व्यय प्रोफाइल में महिलाओं और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के लिए किए जाने वाले पैसों के आवंटन के विवरण और बच्चों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं का विवरण भी शामिल होता है. इसमें स्वायत्त निकायों के खर्चों विवरण और बजट अनुमानों के विवरण भी शामिल होते हैं. सार्वजनिक खाते में कुछ महत्वपूर्ण निधियों का विवरण (important funds in Public Account) भी शामिल है.

नई दिल्ली : केंद्र सरकार द्वारा पेश किए जाने वाले आम बजट में व्यय या एक्सपेंडिचर प्रोफाइल अलग से बनाया जाता है. आम बजट को वार्षिक वित्तीय विवरण ( Annual Financial Statement) भी कहा जाता है. आम बजट को मुख्य रूप से दो शीर्षों में बांटा जाता है- पहला संवैधानिक जरूरत का अनुपालन करने के लिए और दूसरा संसद के सदस्यों और आम जनता जो बजट के प्रावधानों का अध्ययन करना चाहती है, ऐसे लोगों के लिए आसान भाषा वाले संदर्भ.

आम बजट को मुख्य रूप से दो भागों में बांटा गया है - प्राप्ति बजट और व्यय बजट. इसके अलावा, संविधान के अनुच्छेद 112 में कहा गया है कि सरकार का राजस्व व्यय जिसके परिणामस्वरूप कोई संपत्ति निर्माण नहीं होता, उसे अन्य प्रकार के व्यय से अलग दिखाया जाना चाहिए.

हाल के वर्षों में, वित्त मंत्रालय व्यय या एक्सपेंडिचर प्रोफाइल के शीर्षक के तहत कुछ व्यय संबंधी विवरण देती है. इस दस्तावेज़ को पहले व्यय बजट खंड - एक के रूप में जाना जाता था. हालांकि, योजना और गैर-योजना खर्च (plan and non-plan expenditure) को एक साथ मिलाने (merge) के निर्णय के बाद व्यय बजट खंड- एक अब बदले हुए (recast) रूप में जाना जाता है. अब व्यय प्रोफाइल में विभिन्न प्रकार के व्ययों का समूह प्रदान करती है और इसमें कुछ अन्य मांगें भी शामिल हैं.

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इसके अलावा, वर्तमान लेखांकन और बजटीय प्रक्रियाओं (present accounting and budgetary procedures) के तहत, प्राप्तियों के कुछ वर्ग, जैसे- सरकारी विभाग द्वारा दूसरे विभाग को भुगतान और पूंजीगत परियोजनाओं या योजनाओं की प्राप्तियां (receipts of capital projects or schemes), प्राप्त करने वाले विभाग के खर्च में कमी के रूप में (taken in reduction of the expenditure) ली जाती हैं.

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अनुदान की मांगों (demand for grant) में शामिल खर्च का अनुमान सकल राशि के लिए होता है. वार्षिक वित्तीय विवरण (Annual Financial Statement) में शामिल खर्चों के अनुमान शुद्ध व्यय के लिए होते हैं. इनमें वसूली (recoveries) का भी ध्यान रखा जाता है. एक्सपेंडिचर या व्यय प्रोफाइल दस्तावेज लेखांकन प्रथाओं में कई अन्य सुधार भी करता है. जैसे- संबंधित प्राप्तियों के शुद्ध व्यय दिखाना, ताकि प्राप्तियों और व्यय के आंकड़ों के अधिक विवरण से बचा जा सके.

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व्यय प्रोफाइल दस्तावेज में वित्तीय वर्ष के बजट अनुमानों और संशोधित अनुमानों के बीच भिन्नताओं को इंगित करने वाले विवरण भी शामिल होते हैं. एक्सपेंडिचर प्रोफाइल के दस्तावेजों से व्याख्यात्मक टिप्पणियों (explanatory notes) के साथ वित्तीय वर्ष के संशोधित अनुमानों और अगले वित्तीय वर्ष के बजट अनुमानों के बीच भिन्नताओं का भी विवरण मिलता है. व्यय प्रोफाइल में अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं या निकायों में किए गए योगदान और सरकारी विभागों की स्थापना की अनुमानित संख्या का विवरण भी शामिल किया जाता है. उनके लिए प्रावधान से संबंधित अलग-अलग विवरण (statements) दिए जाते हैं.

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जेंडर न्याय पर बढ़ते फोकस (focus on gender justice) के साथ, व्यय प्रोफाइल में जेंडर बजटिंग पर विवरण भी दिखाया जाता है. इसमें अनुसूचित जाति उप-योजना (Scheduled Caste Sub-Scheme) और जनजातीय उप-योजना (Tribal Sub-Scheme) के लिए बनाई गई विकास योजनाओं और इन योजनाओं के लिए किए जाने वाले पैसों के आवंटन का विवरण दिखाया जाता है.

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व्यय प्रोफाइल में महिलाओं और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के लिए किए जाने वाले पैसों के आवंटन के विवरण और बच्चों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं का विवरण भी शामिल होता है. इसमें स्वायत्त निकायों के खर्चों विवरण और बजट अनुमानों के विवरण भी शामिल होते हैं. सार्वजनिक खाते में कुछ महत्वपूर्ण निधियों का विवरण (important funds in Public Account) भी शामिल है.

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