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आधार ने लॉन्च किया नया मोबाइल ऐप, मिलेंगी ये सुविधाएं

ऐप को यूआईडीएआई के डेटाबेस में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर गूगल प्ले ऐप स्टोर पर डाउनलोड किया जा सकता है. इस ऐप में कार्डधारक का आधार नंबर, नाम, जन्म तिथि, जेंडर, अड्रेस तथा फोटोग्राफ संबंधित डेटा होते हैं.

आधार ने लॉन्च किया नया मोबाइल ऐप, मिलेंगी ये सुविधाएं
आधार ने लॉन्च किया नया मोबाइल ऐप, मिलेंगी ये सुविधाएं
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Published : Nov 26, 2019, 1:03 PM IST

Updated : Nov 26, 2019, 1:23 PM IST

नई दिल्ली: एम-आधार एप्लिकेशन को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीआई) ने अपना नया संस्करण लॉन्च किया है, जो एंड्रॉइड और आईओएस दोनों उपकरणों के लिए है.

इस ऐप को यूआईडीएआई के डेटाबेस में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर गूगल प्ले ऐप स्टोर पर डाउनलोड किया जा सकता है. इस ऐप में कार्डधारक का आधार नंबर, नाम, जन्म तिथि, जेंडर, अड्रेस तथा फोटोग्राफ संबंधित डेटा होते हैं.

  • इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको आधार कार्ड फिजिकल लेकर चलने की जरूरत नहीं है. आधार से जुड़ी तमाम सुविधाओं के लिए एमआधार ऐप का इस्तेमाल किया जा सकता है.
  • एमआधार ऐप के जरिये बायोमेट्रिक्स को लॉक या टेंपररली अनलॉक किया जा सकता है.
  • अगर किसी कारणवश आपके मोबाइल नंबर पर आधार ओटीपी नहीं आता है तो एमआधार ऐप के टाइम-बेस्ड ओटीपी का इस्तेमाल कर सकते हैं.
  • जानकारी लीक का कोई खतरा नहीं। एमआधार में यूजर्स क्यूआर कोड के जरिये अपने आधार संबंधी डिटेल को शेयर करता है.
  • मैसेज या या ईमेल के जरिये ईकेवाईसी को शेयर कर सकता है.

यूआईडीएआई के अनुसार उपयोगकर्ताओं को पिछले संस्करण को हटा देना चाहिए और तुरंत नया संस्करण अपडेट करना चाहिए. साथ ही उसने कहा कि तृतीय-पक्ष एप्लिकेशन यूआईडीएआई द्वारा समर्थित नहीं हैं.

उपयोगकर्ता आधार कार्ड को ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं. यह ऐप अंग्रेजी और 12 भारतीय भाषाओं- हिंदी, बंगाली, ओड़िया, उर्दू, तेलुगु, तमिल, मलयालम, कन्नड़, गुजराती, पंजाबी, मराठी और असमिया सहित 13 भाषाओं को सपोर्ट करता है.

ये भी पढ़ें- सितंबर महीने में 12.23 लाख नये रोजगार सृजित: ईएसआईसी पेरोल आंकड़ा

नई दिल्ली: एम-आधार एप्लिकेशन को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीआई) ने अपना नया संस्करण लॉन्च किया है, जो एंड्रॉइड और आईओएस दोनों उपकरणों के लिए है.

इस ऐप को यूआईडीएआई के डेटाबेस में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर गूगल प्ले ऐप स्टोर पर डाउनलोड किया जा सकता है. इस ऐप में कार्डधारक का आधार नंबर, नाम, जन्म तिथि, जेंडर, अड्रेस तथा फोटोग्राफ संबंधित डेटा होते हैं.

  • इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको आधार कार्ड फिजिकल लेकर चलने की जरूरत नहीं है. आधार से जुड़ी तमाम सुविधाओं के लिए एमआधार ऐप का इस्तेमाल किया जा सकता है.
  • एमआधार ऐप के जरिये बायोमेट्रिक्स को लॉक या टेंपररली अनलॉक किया जा सकता है.
  • अगर किसी कारणवश आपके मोबाइल नंबर पर आधार ओटीपी नहीं आता है तो एमआधार ऐप के टाइम-बेस्ड ओटीपी का इस्तेमाल कर सकते हैं.
  • जानकारी लीक का कोई खतरा नहीं। एमआधार में यूजर्स क्यूआर कोड के जरिये अपने आधार संबंधी डिटेल को शेयर करता है.
  • मैसेज या या ईमेल के जरिये ईकेवाईसी को शेयर कर सकता है.

यूआईडीएआई के अनुसार उपयोगकर्ताओं को पिछले संस्करण को हटा देना चाहिए और तुरंत नया संस्करण अपडेट करना चाहिए. साथ ही उसने कहा कि तृतीय-पक्ष एप्लिकेशन यूआईडीएआई द्वारा समर्थित नहीं हैं.

उपयोगकर्ता आधार कार्ड को ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं. यह ऐप अंग्रेजी और 12 भारतीय भाषाओं- हिंदी, बंगाली, ओड़िया, उर्दू, तेलुगु, तमिल, मलयालम, कन्नड़, गुजराती, पंजाबी, मराठी और असमिया सहित 13 भाषाओं को सपोर्ट करता है.

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आधार ने लॉन्च किया नया मोबाइल ऐप, मिलेंगी ये सुविधाएं

नई दिल्ली: एम-आधार एप्लिकेशन को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीआई) ने अपना नया संस्करण लॉन्च किया है, जो एंड्रॉइड और आईओएस दोनों उपकरणों के लिए है.

इस ऐप को यूआईडीएआई के डेटाबेस में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर गूगल प्ले ऐप स्टोर पर डाउनलोड किया जा सकता है. इस ऐप में कार्डधारक का आधार नंबर, नाम, जन्म तिथि, जेंडर, अड्रेस तथा फोटोग्राफ संबंधित डेटा होते हैं.

इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको आधार कार्ड फिजिकल लेकर चलने की जरूरत नहीं है. आधार से जुड़ी तमाम सुविधाओं के लिए एमआधार ऐप का इस्तेमाल किया जा सकता है.

एमआधार ऐप के जरिये बायोमेट्रिक्स को लॉक या टेंपररली अनलॉक किया जा सकता है.

अगर किसी कारणवश आपके मोबाइल नंबर पर आधार ओटीपी नहीं आता है तो एमआधार ऐप के टाइम-बेस्ड ओटीपी का इस्तेमाल कर सकते हैं.

जानकारी लीक का कोई खतरा नहीं। एमआधार में यूजर्स क्यूआर कोड के जरिये अपने आधार संबंधी डिटेल को शेयर करता है.

मैसेज या या ईमेल के जरिये ईकेवाईसी को शेयर कर सकता है.

यूआईडीएआई के अनुसार उपयोगकर्ताओं को पिछले संस्करण को हटा देना चाहिए और तुरंत नया संस्करण अपडेट करना चाहिए. साथ ही उसने कहा कि तृतीय-पक्ष एप्लिकेशन यूआईडीएआई द्वारा समर्थित नहीं हैं.

उपयोगकर्ता आधार कार्ड को ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं. यह ऐप अंग्रेजी और 12 भारतीय भाषाओं- हिंदी, बंगाली, ओड़िया, उर्दू, तेलुगु, तमिल, मलयालम, कन्नड़, गुजराती, पंजाबी, मराठी और असमिया सहित 13 भाषाओं को सपोर्ट करता है. 

 


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Last Updated : Nov 26, 2019, 1:23 PM IST
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