नई दिल्ली: कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान सभी यात्री ट्रेनों का आवागमन ठप है. इसके बावजूद भारतीय रेलवे ने आवश्यक वस्तुओं के परिवहन से करोड़ों रुपये की कमाई की है. रेलवे ने 21 दिनों के लॉकडाउन के दौरान विशेष पार्सल ट्रेनें चलाई और 20,400 टन खेप को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाया, जिससे उसे कुल 7.54 करोड़ रुपये की कमाई हुई है.
रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि विशेष पार्सल वैन को ई-कॉमर्स संस्थाओं और राज्य सरकारों सहित अन्य ग्राहकों द्वारा बड़े पैमाने पर परिवहन के लिए उपलब्ध कराया गया था.
उन्होंने कहा, इसके बाद रेलवे ने चुनिंदा मार्गों पर टाइम-टैबलेड (समयबद्ध) स्पेशल पार्सल ट्रेनें चलाने का फैसला किया, ताकि आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके.
अधिकारी ने कहा कि 14 अप्रैल की शाम छह बजे तक कुल 77 ट्रेनों, जिनमें 75 टाइम-टैबलेड स्पेशल पार्सल ट्रेनें शामिल हैं, ने 1,835 टन सामग्री पहुंचाकर एक दिन में 63 लाख रुपये कमाए.
इसके साथ ही रेलवे ने 14 अप्रैल की शाम छह बजे तक 522 विशेष पार्सल ट्रेनें, जिसमें 458 समयबद्ध ट्रेनें थीं, कुल 20,474 टन की खेप को निर्धारित स्थान तक पहुंचाया.
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भारतीय रेलवे ने लॉकडाउन के पहले चरण के मद्देनजर 24 मार्च से 14 अप्रैल तक पैसेंजर, मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के निलंबन की घोषणा की थी. मगर अब तीन मई तक लॉकडाउन को विस्तार देने के साथ ही रेलवे ने भी निलंबन की समयसीमा को बढ़ा दिया है. रेलवे ने लॉकडाउन को देखते हुए अगली सूचना तक टिकट बुकिंग को भी रोक दिया है.
(आईएएनएस)