नई दिल्ली: टाटा स्टील के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक टी. वी. नरेंद्रन ने बृहस्पतिवार को कहा कि घरेलू वाहन उद्योग में मंदी का असर इस्पात क्षेत्र पर भी पड़ा है.
उन्होंने कहा कि देश में इस्पात की मांग बहूत हद तक निर्माण और वाहन क्षेत्र के बढ़ने पर निर्भर करती है.
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नरेंद्रन भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के उपाध्यक्ष भी हैं. वह यहां वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से विभिन्न उद्योग मंडलों के प्रतिनिधियों की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे.
नरेंद्र ने कहा कि इस्पात अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र को छूता है. इस्पात की 20 प्रतिशत खपत वाहन उद्योग करता है और यह प्रभावित हुई है. यह पिछले तीन महीनों में ज्यादा गहरे तौर पर प्रभावित हआ है.
उन्होंने कहा कि वाहन उद्योग की अपनी समस्याएं हैं. ऐसे में सरकार निर्माण और बुनियादी ढांचा क्षेत्र में बहुत कुछ कर सकती है. लेकिन बाकी सब कुछ निजी निवेश और आवासीय मांग पर निर्भर करता है.
वाहन उद्योग में मंदी का असर इस्पात क्षेत्र पर भी: नरेंद्रन - TV Narendran
नरेंद्रन ने कहा कि इस्पात अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र को छूता है. इस्पात की 20 प्रतिशत खपत वाहन उद्योग करता है और यह प्रभावित हुई है. यह पिछले तीन महीनों में ज्यादा गहरे तौर पर प्रभावित हआ है.
नई दिल्ली: टाटा स्टील के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक टी. वी. नरेंद्रन ने बृहस्पतिवार को कहा कि घरेलू वाहन उद्योग में मंदी का असर इस्पात क्षेत्र पर भी पड़ा है.
उन्होंने कहा कि देश में इस्पात की मांग बहूत हद तक निर्माण और वाहन क्षेत्र के बढ़ने पर निर्भर करती है.
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नरेंद्रन भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के उपाध्यक्ष भी हैं. वह यहां वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से विभिन्न उद्योग मंडलों के प्रतिनिधियों की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे.
नरेंद्र ने कहा कि इस्पात अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र को छूता है. इस्पात की 20 प्रतिशत खपत वाहन उद्योग करता है और यह प्रभावित हुई है. यह पिछले तीन महीनों में ज्यादा गहरे तौर पर प्रभावित हआ है.
उन्होंने कहा कि वाहन उद्योग की अपनी समस्याएं हैं. ऐसे में सरकार निर्माण और बुनियादी ढांचा क्षेत्र में बहुत कुछ कर सकती है. लेकिन बाकी सब कुछ निजी निवेश और आवासीय मांग पर निर्भर करता है.
वाहन उद्योग में मंदी का असर इस्पात क्षेत्र पर भी: नरेंद्रन
नई दिल्ली: टाटा स्टील के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक टी. वी. नरेंद्रन ने बृहस्पतिवार को कहा कि घरेलू वाहन उद्योग में मंदी का असर इस्पात क्षेत्र पर भी पड़ा है.
उन्होंने कहा कि देश में इस्पात की मांग बहूत हद तक निर्माण और वाहन क्षेत्र के बढ़ने पर निर्भर करती है.
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नरेंद्रन भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के उपाध्यक्ष भी हैं. वह यहां वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से विभिन्न उद्योग मंडलों के प्रतिनिधियों की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे.
नरेंद्र ने कहा कि इस्पात अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र को छूता है. इस्पात की 20 प्रतिशत खपत वाहन उद्योग करता है और यह प्रभावित हुई है. यह पिछले तीन महीनों में ज्यादा गहरे तौर पर प्रभावित हआ है.
उन्होंने कहा कि वाहन उद्योग की अपनी समस्याएं हैं. ऐसे में सरकार निर्माण और बुनियादी ढांचा क्षेत्र में बहुत कुछ कर सकती है. लेकिन बाकी सब कुछ निजी निवेश और आवासीय मांग पर निर्भर करता है.
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