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सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री ने कहा, अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध से वृहद आर्थिक अनिश्चितता का जोखिम

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Published : Oct 3, 2019, 8:39 PM IST

सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि मौद्रिक एवं राजकोषीय नीतियां वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता ला सकती हैं, लेकिन इसे पुन: वृद्धि के रास्ते पर लाने के लिये संरचनात्मक नीतियों की जरूरत होगी. उन्होंने कहा कि चीन-अमेरिका व्यापार युद्ध से अन्य देशों को भी नुकसान हो रहा है.

सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री ने कहा, अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध से वृहद आर्थिक अनिश्चितता का जोखिम

नई दिल्ली: सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री हेंग स्वी कीट ने अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध के कारण व्यापक आर्थिक अनिश्चितता की गुरुवार को चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि यदि यह विवाद जारी रहा तो इससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को आगे और व्यवधान झेलने होंगे. कीट ने भारत आर्थिक सम्मेलन में यह टिप्पणी की.

उन्होंने जोर दिया कि मौद्रिक एवं राजकोषीय नीतियां वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता ला सकती हैं, लेकिन इसे पुन: वृद्धि के रास्ते पर लाने के लिये संरचनात्मक नीतियों की जरूरत होगी. उन्होंने कहा कि चीन-अमेरिका व्यापार युद्ध से अन्य देशों को भी नुकसान हो रहा है.

उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि यदि विवाद जारी रहा तो यह वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को काफी हद तक प्रभावित करेगा."

ये भी पढ़ें: कोयला आपूर्ति, उपलब्धता के बारे में पल-पल की जानकारी देगा 'प्रकाश पोर्टल'

कीट ने कहा, "मैं यह कहना चाहूंगा कि हमें वृहद अनिश्चितता के एक दौर के लिये तैयार रहना होगा क्योंकि यह महज व्यापार युद्ध नहीं है. पहले जो विवाद व्यापार में अधिशेष या घाटे को लेकर था, वह अब प्रौद्योगिकी के संघर्ष में बदल गया है कि किसके पास बेहतर प्रौद्योगिकी है. इस कारण वैश्विक प्रौद्योगिकी की श्रृंखला के टूटने का भी जोखिम है."

अर्थव्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के उपायों के बारे में पूछे जाने पर कीट ने कहा कि मौद्रिक एवं राजकोषीय नीतियां अर्थव्यवस्था को सिर्फ स्थिर कर सकती हैं. इसे वापस आर्थिक वृद्धि की पटरी पर लाने के लिये हमें संरचनात्मक नीतियों की जरूरत है, नियमों व नियमनों तथा निवेश के कानून में बदलाव की जरूरत है, निवेशकों को एक हद तक निश्चितता उपलब्ध कराने की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि दीर्घकालिक निवेश के लिये नवोन्मेष की रूपरेखा आवश्यक है. कीट ने स्पष्ट किया कि कारोबार की नयी व्यवस्थाओं के लिये ऐसे नये नियम बनाने की जरूरत है जो पूंजी और श्रम में संतुलन पैदा करें.

नई दिल्ली: सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री हेंग स्वी कीट ने अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध के कारण व्यापक आर्थिक अनिश्चितता की गुरुवार को चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि यदि यह विवाद जारी रहा तो इससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को आगे और व्यवधान झेलने होंगे. कीट ने भारत आर्थिक सम्मेलन में यह टिप्पणी की.

उन्होंने जोर दिया कि मौद्रिक एवं राजकोषीय नीतियां वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता ला सकती हैं, लेकिन इसे पुन: वृद्धि के रास्ते पर लाने के लिये संरचनात्मक नीतियों की जरूरत होगी. उन्होंने कहा कि चीन-अमेरिका व्यापार युद्ध से अन्य देशों को भी नुकसान हो रहा है.

उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि यदि विवाद जारी रहा तो यह वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को काफी हद तक प्रभावित करेगा."

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कीट ने कहा, "मैं यह कहना चाहूंगा कि हमें वृहद अनिश्चितता के एक दौर के लिये तैयार रहना होगा क्योंकि यह महज व्यापार युद्ध नहीं है. पहले जो विवाद व्यापार में अधिशेष या घाटे को लेकर था, वह अब प्रौद्योगिकी के संघर्ष में बदल गया है कि किसके पास बेहतर प्रौद्योगिकी है. इस कारण वैश्विक प्रौद्योगिकी की श्रृंखला के टूटने का भी जोखिम है."

अर्थव्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के उपायों के बारे में पूछे जाने पर कीट ने कहा कि मौद्रिक एवं राजकोषीय नीतियां अर्थव्यवस्था को सिर्फ स्थिर कर सकती हैं. इसे वापस आर्थिक वृद्धि की पटरी पर लाने के लिये हमें संरचनात्मक नीतियों की जरूरत है, नियमों व नियमनों तथा निवेश के कानून में बदलाव की जरूरत है, निवेशकों को एक हद तक निश्चितता उपलब्ध कराने की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि दीर्घकालिक निवेश के लिये नवोन्मेष की रूपरेखा आवश्यक है. कीट ने स्पष्ट किया कि कारोबार की नयी व्यवस्थाओं के लिये ऐसे नये नियम बनाने की जरूरत है जो पूंजी और श्रम में संतुलन पैदा करें.

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नई दिल्ली: सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री हेंग स्वी कीट ने अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध के कारण व्यापक आर्थिक अनिश्चितता की गुरुवार को चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि यदि यह विवाद जारी रहा तो इससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को आगे और व्यवधान झेलने होंगे. कीट ने भारत आर्थिक सम्मेलन में यह टिप्पणी की.

उन्होंने जोर दिया कि मौद्रिक एवं राजकोषीय नीतियां वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता ला सकती हैं, लेकिन इसे पुन: वृद्धि के रास्ते पर लाने के लिये संरचनात्मक नीतियों की जरूरत होगी. उन्होंने कहा कि चीन-अमेरिका व्यापार युद्ध से अन्य देशों को भी नुकसान हो रहा है.

उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि यदि विवाद जारी रहा तो यह वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को काफी हद तक प्रभावित करेगा."

कीट ने कहा, "मैं यह कहना चाहूंगा कि हमें वृहद अनिश्चितता के एक दौर के लिये तैयार रहना होगा क्योंकि यह महज व्यापार युद्ध नहीं है. पहले जो विवाद व्यापार में अधिशेष या घाटे को लेकर था, वह अब प्रौद्योगिकी के संघर्ष में बदल गया है कि किसके पास बेहतर प्रौद्योगिकी है. इस कारण वैश्विक प्रौद्योगिकी की श्रृंखला के टूटने का भी जोखिम है."

अर्थव्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के उपायों के बारे में पूछे जाने पर कीट ने कहा कि मौद्रिक एवं राजकोषीय नीतियां अर्थव्यवस्था को सिर्फ स्थिर कर सकती हैं। इसे वापस आर्थिक वृद्धि की पटरी पर लाने के लिये हमें संरचनात्मक नीतियों की जरूरत है, नियमों व नियमनों तथा निवेश के कानून में बदलाव की जरूरत है, निवेशकों को एक हद तक निश्चितता उपलब्ध कराने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि दीर्घकालिक निवेश के लिये नवोन्मेष की रूपरेखा आवश्यक है। कीट ने स्पष्ट किया कि कारोबार की नयी व्यवस्थाओं के लिये ऐसे नये नियम बनाने की जरूरत है जो पूंजी और श्रम में संतुलन पैदा करें।

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