मुंबई : रिजर्व बैंक ने शनिवार को कहा कि वह लक्ष्मी विलास बैंक और इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के विलय प्रस्ताव की जांच करेगा.
यह बयान इस रिपोर्ट के बाद आया है कि लक्ष्मी विलास बैंक के बोर्ड में शामिल भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के दो नामित निदेशकों ने इस विलय प्रस्ताव पर केंद्रीय बैंक की अप्रत्यक्ष स्वीकृति दे दी है.
शीर्ष बैंक ने एक बयान देकर कहा कि विलय की घोषणा में इस स्तर पर आरबीआई की कोई स्वीकृति नहीं है.
यह भी स्पष्ट किया गया है कि लक्ष्मी विलास बैंक के बोर्ड में आरबीआई द्वारा नामित अतिरिक्त निदेशकों की मौजूदगी से विलय प्रस्ताव को केंद्रीय बैंक की कोई स्वीकृति नहीं मिलती है.
इसके अलावा, अतिरिक्त निदेशकों ने बैठक में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है कि प्रस्ताव पर उनका कोई विचार नहीं है.
इसमें कहा गया है कि इन संस्थाओं से प्राप्त प्रस्तावों को, मौजूदा नियामक दिशानिर्देश / दिशा के अनुसार आरबीआई में जांच की जाएगी.
लक्ष्मी विलास बैंक ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस के साथ विलय कर ऑल-स्टॉक सौदे में आठवें सबसे बड़े निजी क्षेत्र के ऋणदाता को बनाएगा.
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