जागरेब : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को क्रोएशियाई उद्योगपतियों को भारत में निवेश का न्यौता दिया और देश में उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाने को कहा. क्रोएशियाई-भारतीय आर्थिक मंच को संबोधित करते हुए कोविंद ने कहा कि हालांकि भारत को यूरोप में संस्कृति तथा अध्यात्मवाद की धरमी के रूप में जाना जाता है, लेकिन क्रोएशियाई लोगों को नये भाारत की आर्थिक ऊर्जा, गतिशीलता का अनुभव भी करना चाहिए.
उन्होंने कहा, "भारत बदल रहा है और तेजी से बदल रहा है, सरकार के रूप में हम कंपनियों के लिये सुविधा प्रदाता हो सकते हैं लेकिन उद्योग जगत आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने में अगुवा हैं." राष्ट्रपति ने भारतीयों तथा क्रोएशियाई कंपनियों को व्यापार, प्रौद्योगिकी तथा निवेश गठजोड़ को लेकर एक-दूसरे के साथ काम करने का निमंत्रण दिया.
उन्होंने कहा कि भारत-क्रोएशिया व्यापार परिषद सहयोग के नये क्षेत्रों को पहचान सकती हैं. जागरेब में भारतीय दूतावास के अनुसार जनवरी 2018 से अगस्त 2018 के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय कारोबार 9.75 करोड़ यूरो का रहा.
जागरेब में छात्रों को "भारत-क्रोएशिया संबंध... आगे का रास्ता" विषय पर संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों देश साथ मिलकर काफी कुछ कर सकते हैं. राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों को अब 'नई उम्र की भागीदारी' तैयार करनी चाहिए, जिसमें आर्थिक तालमेल, भू-राजनीतिक वास्तविकताएं, प्रौद्योगिकी तथा नवप्रवर्तन, सतत विकास तथा चौथी औद्योगिक क्रांति शामिल हों.
उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भारत की मजबूत स्थिति के बारे में सब जानते हैं. भारत में शोध और विकास सेवा बाजार तेजी से फल-फूल रहा है और 2020 तक इसके 38 अरब डॉलर तक पहुंच जाने का अनुमान है. वैश्विक अनुसंधान और विकास खर्च के मामले में दुनिया में शीर्ष 1,000 कंपनियों में से एक तिहाई के भारत में केंद्र हैं.
कोविंद फिलहाल तीन देशों क्रोएशिया, बोलीविया तथा चिली के दौरे पर हैं. वह पहले भारतीय राष्ट्रपति हैं जो क्रोएशिया तथा बोलीविया की यात्रा कर रहे हैं. वह गुरुवार को बोलीविया के लिये रवाना होंगे.
ये भी पढ़ें : कैबिनेट ने स्टार्टअप सहयोग पर भारत और कोरिया गणराज्य के बीच समझौते को मंजूरी दी